तटरक्षक दल के महानिदेशक राजेंद्र युवाओं से बोले, रोजगार देने की भी रखें क्षमता
भारतीय तटरक्षक दल के महानिदेशक राजेंद्र सिंह ने युवाओं से देश और समाज की उम्मीदों पर खरा उतरने का आह्वान किया।
श्रीनगर गढ़वाल, जेएनएन। भारतीय तट रक्षक दल के महानिदेश राजेंद्र सिंह ने युवाओं से कहा कि वे सिर्फ रोजगार लेने की ही नहीं बल्कि रोजगार देने की क्षमता भी विकसित करें। स्टार्टअप के साथ युवा आगे बढ़ें।
बेटियों पर बरसा सोना
केंद्रीय गढ़वाल विश्वविद्यालय का पहला दीक्षा समारोह चौरास परिसर स्थित प्रेक्षागृह में आयोजित किया गया। जिसका शुभारंभ मुख्य अतिथि और भारतीय तटरक्षक दल के महानिदेशक राजेंद्र सिंह ने दीप जलाकर किया।समारोह में बेटियों पर खूब सोना बरसा। 30 छात्राओं को विश्वविद्यालय का स्वर्ण पदक मिला, जबकि दानदाताओं की ओर से दिए गए 14 स्वर्ण पदकों में से 13 पदक छात्राओं को दिए गए। सिर्फ 11 छात्र ही स्वर्ण पदक हासिल कर पाए। विश्वविद्यालय की ईसी और एकेडमिक काउंसिल ने इस सत्र 2016-18 के लिए 1273 छात्र-छात्राओं को पीजी और 222 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि दी। इनमें से पीजी के 200 छात्र-छात्रा और 81 शोधार्धी खुद मौजूद थे। इस मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया।
देश और समाज की अपेक्षाओं पर खरा उतरें युवा
महानिदेशक राजेंद्र सिंह ने कहा कि कठोर मेहनती, दृढ़ निश्चयी और त्याग भावना उत्तराखंड के युवाओं की विशिष्ट पहचान है। देवभूमि उत्तराखंड को वीर भूमि बताते हुए उन्होंने कहा कि युवाओं से देश और समाज को बहुत आशाएं और अपेक्षाएं भी हैं। इसको उन्हें अपने कठिन परिश्रम की बदौलत पूरा भी करना है।
रोजगार देने की क्षमता भी करनी होगी विकसित
राजेंद्र सिंह बोले, युवाओं को रोजगार लेने ही नहीं बल्कि देने की क्षमता भी विकसित करनी होगी। उन्होंने कहा स्टार्टअप के साथ युवा आगे बढ़ें। उठो जाग्रत हो और लक्ष्य की प्राप्ति तक रुको नहीं स्वामी विवेकानंद के इस कथन के साथ ही हमारी सोच, हमारा आचरण है और हमारी कार्य कुशलता ही हमारी ताकत है। महात्मा गांधी, लॉर्ड बुद्धा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विभिन्न कथनों को प्रेरणा बताते हुए युवाओं से उन पर चलने को कहा।
कौशल विकास भी बेहद जरूरी
गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के चांसलर डॉ. योगेंद्र नारायण ने कहा कि कौशल विकास आज के समय में जरूरी है। विवि को चाहिए कि वह हर छात्र को किसी न किसी वोकेशनल पाठ्यक्रम से जोडने का वातावरण तैयार करे, जिससे युवा को रोजगार के लिए भटकना न पड़े। उन्होंने कहा कि गांवों को स्वच्छ और सुंदर बनाने को लेकर ग्रामीणों को जागरूक करने में भी विश्वविद्यालय की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है। गढ़वाल केंद्रीय विवि को भी इसे लेकर विवि के समीपवर्ती गांवों में यह अभियान चलाना चाहिए।
गढ़वाल विवि के 43 शोध प्रोजेक्टों पर हो रहा कार्य
कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि शिक्षण और शोध के क्षेत्र में गढ़वाल विवि की उल्लेखनीय उपलब्धियां हैं। नेचर, साइंटिफिक रिपोर्ट्स, नेचर कम्युनिकेशन जैसे अंतरराष्ट्रीय जर्नल्स में भी गढ़वाल विवि के 450 रिसर्च पेपर औसतन हर वर्ष प्रकाशित होते रहते हैं। कुलपति प्रो. नौटियाल ने कहा कि हिमालयी क्षेत्र के विकास को लेकर गढ़वाल विवि के 43 शोध प्रोजेक्टों पर कार्य हो रहा है।
शोध कार्यों को गुणवत्ता के साथ बढ़ाने के लिए विश्वविद्यालय में रिसर्च एंड कंसलटेंसी कोऑर्डिनेशन सेल का भी गठन किया गया है। प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने कहा कि उल्लेखनीय शोध कार्यों और शैक्षणिक गुणवत्ता को लेकर ही 2016 में नेक से गढ़वाल केंद्रीय विवि को ए ग्रेड भी मिला है। विश्वविद्यालय के शैक्षणिक क्रियाकलापों के साथ ही विश्वविद्यालय के भविष्य के शैक्षणिक लक्ष्यों पर भी प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने विस्तार से प्रकाश डाला।
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