फसलों के लिए अमृत बनकर बरसी बारिश
जागरण टीम, गढ़वाल: गढ़वाल मंडल में पिछले 24 घंटे के दौरान हुई बारिश अमृत बनकर बरसी ह
जागरण टीम, गढ़वाल: गढ़वाल मंडल में पिछले 24 घंटे के दौरान हुई बारिश अमृत बनकर बरसी है। बर्फबारी से सेब उत्पादकों को फायदा मिलेगा। गेहूं, मसूर, राई, सरसों, जौ, चना, मटर सहित अन्य फसलों की बुआई कर बारिश का इंतजार कर रहे काश्तकारों के लिए यह बारिश काफी मुफीद साबित होगी।
पौड़ी जिले में काफी समय से काश्तकारों को बारिश का इंतजार था। जनवरी माह बीतने को था, लेकिन बारिश की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही थी, लेकिन सोमवार शाम अचानक झमाझम बादल बरसे और बादलों के बरसने के साथ ही खेतों में सूखी पड़ी मिट्टी से खुशबू उठने लगी। काश्तकार राजेंद्र जजेड़ी ने बताया कि पर्याप्त ¨सचाई के अभाव में खेत सूखने लगे थे, लेकिन बारिश से एक बार फिर खेत हरे हो गए हैं। काश्तकार कमल ¨सह ने बताया कि बारिश न होने के कारण मौसम गर्म होने लगा था, जिससे लीची के पेड़ों पर असमय ही बौर आने लगी थी। इधर, मुख्य कृषि अधिकारी देवेंद्र राणा ने भी इस बारिश को फसलों के बेहद उत्तम बताया।
इधर, नई टिहरी में लंबे समय से बारिश नहीं हुई थी, जिससे फसलों को नुकसान पहुंचने की आशंका थी। राज्य की प्रसिद्ध सूमार चंबा-मसूरी फलपट्टी में पानी का संकट बना रहता है, बिना बारिश के किसान ¨चतित थे, लेकिन मंगलवार को चंबा-मसूरी फलपट्टी सहित विभिन्न जगह पर जमकर बर्फबारी से किसानों के चेहरे खिल उठे है। बर्फ के कारण लंबे समय तक जमीन में नमी रहती है और पेड़ों को भी पोषक तत्व मिलता है। जिन पेड़ों पर फरवरी मार्च माह में फूल आते है उसके लिए यह बर्फ संजीवनी से कम नहीं है। वहीं नाशपाति, आडू, खुमानी आदि फलों के लिए भी बर्फ काफी फायदेमंद होगी। जिला उद्यान अधिकार डॉ. डीके तिवारी का कहना है कि बारिश से कई ज्यादा फायदा बर्फ से होगा। बर्फबारी से सूखने की कगार पर पहुंचे जलस्त्रोत भी रिचार्ज होंगे। उत्तरकाशी जनपद के पुरोला, बड़कोट, नौगांव, चिन्यालीसौड़, उत्तरकाशी, भटवाड़ी क्षेत्र में काश्तकारों को बारिश से बड़ी राहत मिली है। खासकर गेहूं, मटर, मसूर की फसल के लिए यह बारिश काफी लाभदायक है। जनपद के चिन्यालीसौड़, डुंडा क्षेत्र में गेहूं की अच्छी पैदावार होती है। जबकि पुरोला, नौगांव क्षेत्र में मटर की अच्छी पैदावार होती है। स्यूरी फल पट्टी के बागवान गजेंद्र नौटियाल कहते हैं कि इस समय आसमान से बरसने वाली हर बूंद किसानों के लिए अमृत की तरह है। स्यूरी फल पट्टी में इसी तरह बर्फबारी की आस लगाए थे। मुख्य कृषि अधिकारी महिधर ¨सह तोमर कहते हैं कि यह बारिश रवि की फसलों के लिए बहुत लाभदायक है। जबकि बर्फबारी से सेब की फसल को अच्छा फायदा मिलेगा।