खाली प्लॉट में गंदगी, संक्रमण का खतरा
कोरोना संक्रमण के दौरान भले ही नगर निगम वार्डों में बेहतर साफ-सफाई नहीं हो रही है।
संवाद सहयोगी, कोटद्वार: कोरोना संक्रमण के दौरान भले ही नगर निगम वार्डों में बेहतर साफ-सफाई का दावा कर रहा हो, लेकिन हकीकत यह है कि वार्डों में जगह-जगह खाली प्लॉट में पड़ी गंदगी के ढेरों पर निगम की नजर नहीं पड़ रही। नतीजा बरसात के दौरान कूड़ा गीला होने के बाद उठने वाली दुर्गंध से लोगों को संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा सताने लगा है। लोगों की शिकायत के बाद भी नगर निगम इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं है।
कोरोना संक्रमण को देखते हुए शासन की ओर से नगर निगम को सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के निर्देश जारी किए हैं। निगम के सफाई कर्मचारी सड़कों पर पड़े कूड़े को तो समय से उठा रहे हैं, लेकिन वार्डों में जगह-जगह खाली प्लॉट में पड़े कूड़े के ढेरों पर उनकी नजर नहीं पड़ रही। कई प्लॉट में कूड़ा सड़ने बाद दुर्गंध उठने लगी है। नतीजा आसपास के लोगों का सांस लेना भी दूभर होता जा रहा है।
स्थानीय निवासी सुधीर सिंह, महेंद्र कुमार का कहना है कि एक ओर जहां लोग कोरोना काल से जूझ रहे हैं, वहीं, निगम की लापरवाही भी उनपर भारी पड़ रही है। यदि जल्द प्लॉट में पड़ी गंदगी के ढेर साफ नही करवाए गए तो बरसात के समय परेशानी बढ़ सकती है। इस स्थानों पर है परेशानी
निगम निगम क्षेत्र के अंतर्गत लकड़ीपड़ाव, काशीरामपुर तल्ला, गोविद नगर, देवी रोड, सिताबपुर, मानपुर सहित कई अन्य वार्डों में कूड़े की समस्या बनी हुई है। स्थानीय निवासी प्लॉट में पड़ी गंदगी को साफ करवाने के लिए कई बार निगम निगम को ज्ञापन दे चुके हैं, लेकिन अब तक ध्यान नहीं दिया गया। लोगों का आरोप है कि कई लोग रात के अंधेरे में खाली प्लॉट में कूड़ा फेंककर चले जाते हैं। कोरोना संक्रमण के दौरान सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सुबह दस बजे से पहले वार्डों से गंदगी उठाकर सफाई करवाई जा रही है। जल्द ही खाली प्लॉट को चिन्हित कर सफाई करवाई जाएगी।
सुनील कुमार, सफाई निरीक्षक संदेश : 29 कोटपी 3
कोटद्वार के काशीरामपुर तल्ला में खाली प्लाट में पड़ी गंदगी