बेस की लैब में जांच न होने से मरीज परेशान
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: बेस अस्पताल की लैब में रोगियों के खून की जांच नहीं होने से
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: बेस अस्पताल की लैब में रोगियों के खून की जांच नहीं होने से रोगी और उनके तीमारदार परेशान हैं। उन्हें कई गुना अधिक कीमत पर बाहर निजी लैबों पर जांच करवाने को मजबूर होना पड़ रहा है। बेस अस्पताल की लैब में टायफाइड, मलेरिया के साथ ही डेंगू की भी जांच नहीं हो रही है। बेस में यह जांचें 50 रुपये में हो जाती हैं जबकि निजी लैबों में 500 रुपये तक लिए जा रहे हैं। कल्चर सीएस की भी जांच बेस में नहीं हो रही है। बेस में यह जांच 75 रुपये में हो जाती है जबकि निजी लैबों में 800 रुपये तक लिए जा रहे हैं।
बेस अस्पताल की लैबों में रोगियों के खून की जांच नहीं होने से रोगी और उनके तीमारदार परेशान हैं। आजकल डेंगू रोग का प्रकोप भी तेजी से बढ़ रहा है और बेस अस्पताल में डेंगू रोग की जांच नहीं हो रही है। पौड़ी जिले के साथ ही रुद्रप्रयाग और चमोली जिले के रोगी भी इलाज के लिए रेफर होकर बेस अस्पताल ही आते हैं। ट्रापटी की जांच भी बेस में नहीं हो पा रही है। इसी जांच से हार्ट अटैक की स्थिति का पता चलता है। बेस अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. केपी ¨सह ने कहा कि जांच के लिए प्रयोग में लाए जाने वाले किट और सामान (रिजेंट) के अचानक समाप्त हो जाने से यह समस्या हुई है। डॉ. केपी ¨सह ने कहा कि सोमवार तक सभी रिजेंट बेस पहुंच जाएंगे।