फ्लोरीकल्चर हब के रूप में विकसित होगा पौड़ी जनपद
जनपद में प्रवासियों के लिए फूलों की खेती स्वरोजगार का एक बेहतर विकल्प हो सकता है।
संवाद सहयोगी, पौड़ी : जनपद में प्रवासियों के लिए फूलों की खेती स्वरोजगार का एक बेहतर विकल्प साबित होगा। इसके लिए जिला प्रशासन ने कार्ययोजना तैयार कर ली है। जिला प्रशासन फूलों की खेती को ड्रीम प्रोजेक्ट के तौर पर तैयार कर रहा है।
जिला प्रशासन पौड़ी जनपद को फूलों की खेती के हब के रूप में विकसित करने जा रहा है। जिससे यहां ग्रामीणों व प्रवासियों को स्वरोजगार के बेहतर अवसर प्रदान हो सके। इसके लिए पोखड़ा विकासखंड में काम भी शुरू का दिया गया है। यहां ग्राम्य विकास विभाग के साथ मिलकर औद्यानिकी विभाग ने फूलों के बीज ग्रामीणों को उपलब्ध कराए हैं। जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल ने कहा कि फूलों की खेती शुरू किए जाने के लिए दो चरण निर्धारित किए गए हैं। प्रथम चरण में बीज उपलब्ध करा दिए गए हैं। दूसरे चरण में पूरे जनपद के लिए एक हजार पॉली हाउस दिए जाएंगे। पॉली हाउस व्यक्तिगत न दिए जाने के बजाय समूह या ग्राम पंचायतों को दिए जाएंगे। फ्लोरीकल्चर को कलस्टर के आधार पर विकसित किया जाएगा। पोखड़ा विकासखंड जनपद का पहला विकासखंड होगा जहां से फ्लोरीकल्चर की शुरुआत होने जा रही है। उन्होंने कहा कि उनका मकसद जनपद को फ्लोरीकल्चर हब के रूप में विकसित करना है। पौड़ी को पूरे प्रदेश में फ्लोरीकल्चर के लिए जाना जाएगा।