केवल भारतीय नस्ल की गाय ही गोमाता: महापात्रा
जागरण संवाददाता श्रीनगर गढ़वाल केवल भारतीय नस्ल की गायें ही गोमाता हैं। जर्सी आस्ट्रियन सहि
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: वल भारतीय नस्ल की गायें ही गोमाता हैं। जर्सी आस्ट्रियन सहित अन्य विदेशी नस्ल की गायों को यह दर्जा प्राप्त नहीं है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह गो सेवा प्रमुख अजीत महापात्रा ने अपने श्रीनगर गढ़वाल प्रवास के दौरान आरएसएस के स्वयंसेवकों और गो-भक्तों को संबोधित करते हुए यह विचार व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि भारतीय नस्ल की गाय का पालन केवल दूध के लिए नहीं वरन उसके मूत्र और गोबर के उपयोग के लिए भी होता है। भारतीय नस्ल के गायों के गोबर और मूत्र में जो विशेष गुण विद्यमान होते हैं वह विदेशी गायों में नहीं हैं। व्यक्ति को गोसेवा में अधिक समय लगाना चाहिए। भारतीय नस्ल की गाय के गले में हाथ फेरने से नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है।
इस मौके पर आरएसएस के पौड़ी विभाग प्रचारक चंद्रशेखर, जिला प्रचार प्रमुख संजय घिल्डियाल, मानव बिष्ट, मथुरा प्रसाद सिलोड़ी, नवीन प्रकाश नौटियाल, राजेंद्र बड़थ्वाल, गढ़वाल विवि कर्मचारी संघ के महासचिव रविद्र सिलवाल, सुशीला देवी, जशोदा खंडूड़ी, प्रभा भंडारी आदि रहे। गो- विज्ञान प्रशिक्षण केंद्रों का निर्माण हो
अजीत महापात्रा ने कहा कि सरकार को देश के सभी प्रदेशों में गोविज्ञान प्रशिक्षण केंद्रों का निर्माण करना चाहिए। जहां गो पालकों को निरंतर प्रशिक्षण भी दिया जाए। गो-तीर्थाश्रम के अध्यक्ष प्रेमबल्लभ नैथानी ने अजीत महापात्रा के प्रवास और सानिध्य को लाभकारी बताया।