मस्तिष्क की नकल कर समस्या हल करने में मदद करता है एएनएन
जीबी पंत इंजीनियरिग कॉलेज में कंप्यूटर साइंस व जैव प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से आयोजित ऑनलाइन कार्यशाला के छठवें दिन कृत्रिम न्यूरल नेटवर्क यानि कृत्रिम तंत्रिका तंत्र (एएनएन) पर चर्चा की। विषय विशेषज्ञों ने कहा कि कृत्रिम तंत्रिका तंत्र असल मस्तिष्क की नकल करके समस्या को हल करने में मदद करता है।
संवाद सहयोगी पौड़ी : जीबी पंत इंजीनियरिग कॉलेज में कंप्यूटर साइंस व जैव प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से आयोजित ऑनलाइन कार्यशाला के छठवें दिन कृत्रिम न्यूरल नेटवर्क यानि कृत्रिम तंत्रिका तंत्र (एएनएन) पर चर्चा की। विषय विशेषज्ञों ने कहा कि कृत्रिम तंत्रिका तंत्र असल मस्तिष्क की नकल करके समस्या को हल करने में मदद करता है। कार्यशाला में देश-विदेश के 200 से अधिक विषय विशेषज्ञों व छात्रों ने प्रतिभाग किया।
रविवार को कार्यशाला में कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिग विभाग के असिस्टेंट प्रो. पपेंद्र कुमार ने कहा मस्तिष्क नई समस्याओं को हल करने के लिए पिछले अनुभव से प्राप्त जानकारी को लागू करता है। एक कृत्रिम तंत्रिका प्रणाली का निर्माण कर सकता है और नए अनुभवों, वर्गीकरण और पूर्व अनुभवों के आधार पर निर्णय करने में सक्षम हो जाता है। कार्यशाला में नार्थ कैरोलिना स्टेट यूनिवर्सिटी, यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका के डॉ. रजत एमानुएल ने मॉडुलर कंट्रोल एंड पोस्टराल एडजस्टमेंट विषय पर विचार व्यक्त किए। कार्यशाला में डॉ. आशुतोष गुप्ता, डॉ. संजय गैरोला, डॉ. दीपक डंगवाल, कुंवर दीप नारायण, जोगेंद्र कुमार आदि मौजूद थे। क्या होता है कृत्रिम न्यूरल नेटवर्क
कृत्रिम तंत्रिका नेटवर्क जिसे अंग्रेजी में आर्टिफिशियल न्यूरल नेटवर्क कहते है। आम तौर पर इसे न्यूरल नेटवर्क भी कहा जाता है। यह एक गणितीय मॉडल है। यह मॉडल जैविक तंत्रिका नेटवर्क की संरचना एवं कार्यविधि का अनुसरण करता है। अधिकतर मामलों में कृत्रिम तंत्रिका नेटवर्क अपना स्वरूप विभिन्न सूचनाओं को विश्लेषित कर निरंतर परिवर्तित करता रहता है। न्यूरल नेटवर्क एक इनफार्मेशन प्रोसेसिंग का प्रकार है, जिस प्रकार मनुष्य का दिमाग किसी सूचना को प्रोसेस करता है उसी प्रकार न्यूरल नेटवर्क भी कार्य करता है।