वायरस संक्रमणों से दूर रखती है पारम्परिक भारतीय संस्कृति : प्रो. सोनी
कोविड-19 महामारी के दौर में तकनीकी चुनौतियों और समाधानों को लेकर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान उत्तराखंड श्रीनगर द्वारा पांच दिवसीय ऑनलाइन कार्यशाला आयोजित की जा रही है।
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल : कोविड-19 महामारी के दौर में तकनीकी चुनौतियों और समाधानों को लेकर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान उत्तराखंड श्रीनगर द्वारा पांच दिवसीय ऑनलाइन कार्यशाला आयोजित की जा रही है। एनआइटी श्रीनगर के कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिग विभाग की ओर से दस जुलाई तक चलने वाली इस ऑनलाइन कार्यशाला में एनआइटी के मैकेनिकल, इलेक्ट्रानिक, इलेक्ट्रिक विभाग भी सहयोगी हैं। जिसमें देश के विभिन्न उच्च तकनीकी संस्थानों के पंजीकृत 123 प्रतिभागी भी प्रतिभाग कर रहे हैं। गूगल मीट साफ्टवेयर के माध्यम से आयोजित हो रही इस ऑनलाइन कार्यशाला में एनआइटी उत्तराखंड श्रीनगर के निदेशक प्रो. श्यामलाल सोनी ने कहा कि भारतीय संस्कृति का अनुसरण कर हम सदैव से ही पूर्व में भी वायरस और संक्रमणों से दूर रहते आए हैं।
विश्व बैंक की परियोजना से प्रायोजित टेक्नीकल एजुकेशन क्वालिटी इंप्रूवमेंट प्रोग्राम के अंतर्गत आयोजित कार्यशाला में आइआइटी मुम्बई के मैकेनिकल इंजीनियरिग विभाग के अध्यक्ष प्रो. बी रवि ने कोविड-19 के मद्देनजर चिकित्सा क्षेत्र में तकनीकी उपलब्धियों और नवाचारों से होने वाले लाभों के बारे में भी विस्तार से बताया। एनआइटी उत्तराखंड श्रीनगर मे मैकेनिकल विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. विकास कुकशाल ने कहा कि मुम्बई, खड़गपुर, पटना, त्रिची आइआइटी के प्रोफेसर भी इस ऑनलाइन कार्यशाला से जुड़े हैं।