एनएसएस में मिलता है सामाजिक कर्तव्यों को पूर्ण करने का अवसर
राष्ट्रीय सेवा योजना के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में बिड़ला परिसर में कार्यक्रम आयोजित किया।
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल:
राष्ट्रीय सेवा योजना के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में बिड़ला परिसर श्रीनगर राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वावधान में राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। इसका विषय नई शिक्षा नीति में युवाओं की भूमिका और चुनौतियां रहा। वेबिनार में एनएसएस विभाग ने स्वयंसेवियों को एनएसएस उद्देश्यों और कार्यक्रमों के बारे में भी विस्तार से बताया।
राष्ट्रीय वेबिनार में विवि की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समाज के व्यापक हित में होते हैं। छात्रों को इन कार्यक्रमों में बढ़चढ़कर भाग लेना चाहिए। एनएसएस कार्यक्रमों के माध्यम से छात्र और छात्राएं समाज की विभिन्न विधाओं और समस्याओं से भी भिज्ञ होते हैं।
भारत सरकार के युवा एवं खेल मंत्रालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. एके श्रोती ने बतौर मुख्य वक्ता कहा कि एनएसएस कार्यक्रमों के माध्यम से छात्रों को अपने सामाजिक कर्तव्यों को पूरा करने का भी अवसर मिलता है। नई शिक्षा नीति के प्रचार और प्रसार से जुड़ने का भी आह्वान छात्रों से करते हुए एनएसएस कार्यक्रम और उद्देश्यों के विभिन्न पहलुओं पर भी विस्तार से प्रकाश डाला। गढ़वाल केंद्रीय विवि के एनएसएस समन्वयक और राष्ट्रीय वेबिनार के संयोजक प्रो. ओके बेलवाल ने कहा कि एनएसएस कार्यक्रमों में भाग लेने से छात्रों का व्यक्तित्व विकास भी होता है। गढ़वाल केंद्रीय विवि की वरिष्ठ एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी और वेबिनार की सह समन्वयक डॉ. ममता आर्य ने वेबिनार आयोजन के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। डॉ. ममता ने कहा कि एनएसएस कार्यक्रम छात्रों को समाज से सीधे जुड़ने का अवसर भी प्रदान करते हैं।
गढ़वाल केंद्रीय विवि के अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. पीएस राणा ने नई शिक्षा नीति की चुनौतियों पर प्रकाश डाला। एनएसएस के स्वयंसेवी छात्र वैभव सकलानी और अक्षिता अग्रवाल ने वर्षभर की एनएसएस गतिविधियों और उपलब्धियों से अवगत कराया। डॉ. सुधीर कुमार, डॉ. सौरभ यादव, डॉ. मनीषा निगम, डॉ. सोमेश थपलियाल, डॉ. सुभ्रा काला, डॉ. सुरेंद्र मीणा, डॉ. नरेंद्र रावल, डॉ. प्रशांत कंडारी ने राष्ट्रीय वेबिनार आयोजन में विशेष सहयोग दिया। फोटो - 25 एस.आर.आई.-2