एनआइटी श्रीनगर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनेगा
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल श्रीनगर से लगभग 20 किलोमीटर दूर सुमाड़ी में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल
श्रीनगर से लगभग 20 किलोमीटर दूर सुमाड़ी में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान उत्तराखंड के स्थायी परिसर का निर्माण कार्य शनिवार को शुरू हो गया। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने बतौर मुख्य अतिथि भूमि पूजन कर स्थायी परिसर का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने बतौर अति विशिष्ट अतिथि भूमि पूजन में सहभागिता की।
शिलान्यास समारोह के बाद श्रीनगर जीआइटीआइ मैदान में जनसभा को संबोधित करते हुए राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि प्रौद्योगिकी संस्थान देश के भविष्य को बनाते हैं। एनआइटी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनेगा। सुमाड़ी में एनआइटी के बनने से क्षेत्र की जनता को भी लाभ मिलने के साथ ही विकास के नए अवसर भी उपलब्ध होंगे। निर्माण कार्यों की नियमित निगरानी करने पर भी जोर देते हुए उन्होंने कहा कि समय से निर्माण कार्य पूरे होने भी जरूरी हैं।
इस मौके पर केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि श्रीनगर एनआइटी एक श्रेष्ठ मॉडल के रूप में भी स्थापित होगा, जिसके द्वारा श्रीनगर गढ़वाल की गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ाया जाएगा। सुमाड़ी में एक केंद्रीय विद्यालय खोलने की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि लगभग एक हजार करोड़ की लागत से दो साल में सुमाड़ी में एनआइटी तैयार हो जाएगी।
सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि श्रीनगर में एनआइटी को लेकर अब किसी को भी किसी भी प्रकार का कोई संशय नहीं होना चाहिए। उत्तराखंड शिक्षा की राजधानी के रूप में तेजी से विकसित हो रहा है। कहा कि एनआइटी में पेयजल योजना के लिए 20 करोड़ रुपये स्वीकृत कर दिए गए हैं। सुमाड़ी में एनआइटी परिसर की आंतरिक सड़कें भी प्रदेश सरकार बनाएगी। अलग बिजली फीडर के लिए भी धनराशि स्वीकृत कर दी गयी है। मुख्यमंत्री ने निर्माण करने वाली संस्था को समय पर कार्य पूरे करने के निर्देश दिए।
प्रदेश के उच्च शिक्षा राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश सरकार और भाजपा पहाड़ के विकास को कटिबद्ध है। एनआइटी श्रीनगर में अस्थायी परिसर के लिए रेशम उद्यान की भूमि उपलब्ध कराने के लिए उन्होंने कृषि मंत्री सुबोध उनियाल और आइटीआइ की भूमि उपलब्ध कराने के लिए श्रम मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत का आभार व्यक्त किया।
सभा की अध्यक्षता करते हुए गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत ने कहा कि पहाड़ के विकास में तेजी आयी है। एनआइटी के जो छात्र जयपुर गए हैं वह भी वापस आएंगे। सुमाड़ी में भव्य और अत्याधुनिक एनआइटी का निर्माण होगा। एनआइटी श्रीनगर के निदेशक प्रो. श्यामलाल सोनी ने एनआइटी परिवार की ओर से अतिथियों का स्वागत किया।
कोटद्वार में भी केंद्रीय विद्यालय
केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि प्रदेश सरकार केंद्रीय विद्यालय श्रीनगर के लिए जिस दिन भूमि उपलब्ध करा देगी उसी दिन विद्यालय के निर्माण के लिए 25 करोड़ रुपये तत्काल स्वीकृत कर दिए जाएंगे। उन्होंने कोटद्वार में भी शीघ्र ही केंद्रीय विद्यालय खोलने का आश्वासन दिया। कृषि मंत्री सुबोध उनियाल के आग्रह पर केंद्रीय मंत्री निशंक ने कहा कि नरेंद्रनगर में भी केंद्रीय विद्यालय खोलने पर विचार किया जा रहा है। कहा आइआइटी रुड़की को विश्व की रैंकिग में लाने के लिए कार्ययोजना पर कार्य चल रहा है।
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310 एकड़ में बनेगी एनआइटी
1260 छात्र-छात्राओं की क्षमता को लेकर सुमाड़ी में एनआइटी परिसर का निर्माण कार्य 310 एकड़ भूमि में किया जाएगा। प्रथम चरण में 50 एकड़ भूमि पर निर्माण कार्य होगा। एनआइटी के निदेशक प्रो. श्यामलाल सोनी ने कहा कि प्रथम चरण का कार्य 30 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य है। प्रो. सोनी ने कहा कि प्रथम चरण के निर्माण कार्यों की लागत 640 करोड़ 94 लाख है।