बदहाल स्टेडियम में कैसे निखरेंगी प्रतिभाएं
भाबर क्षेत्र के मोटाढाक में खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए बनाया है।
संवाद सहयोगी, कोटद्वार: भाबर क्षेत्र के मोटाढाक में खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए बनाया गया मिनी स्टेडियम बदहाल है। हालत यह है कि स्टेडियम के खंडहर कमरों में आसामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। क्षेत्रीय युवा इस संबंध में कई बार विभागीय अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं। बावजूद जिम्मेदार कुछ करने को तैयार नहीं हैं।
वर्ष 2003-04 में लाखों रुपये की लागत से मोटाढाक जनता इंटर कॉलेज से सटी भूमि पर मिनी स्टेडियम का निर्माण करवाया था। स्टेडियम निर्माण का मुख्य उद्देश्य भाबर क्षेत्र के युवाओं को खेल के प्रति जागरूक कर उनकी प्रतिभा को निखारना था, लेकिन वर्तमान में देखरेख के अभाव में स्टेडियम खंडहर में तब्दील हो चुका है। भाबर निवासी आकाश सिंह, सचिन नेगी ने बताया कि निर्माण के बाद से आज तक स्टेडियम के लिए कोच की तैनाती नहीं हुई। स्टेडियम में पीने का पानी तक नहीं है। भाजपा भाबर मंडल महामंत्री गौरव जोशी का कहना है कि स्टेडियम की मरम्मत करवाने के साथ ही कोच की तैनाती के लिए कुछ दिन पहले शिक्षा मंत्री अरविद पांडे से मुलाकात की थी। शिक्षा मंत्री ने जल्द ही समस्या के निराकरण का आश्वासन दिया है। खेलाभ्यास के लिए 25 किमी की दौड़
भाबर क्षेत्र में बदहाल मिनी स्टेडियम के कारण क्षेत्रीय युवाओं को खेलाभ्यास के लिए करीब 25 किलोमीटर दूर राजकीय स्पोर्ट्स स्टेडियम कोटद्वार जाना पड़ता है। स्टेडियम तक आने-जाने में खिलाड़ियों का करीब सौ रुपये से अधिक परिवहन सेवाओं का किराया चुकाना पड़ता है। ऐसे में सबसे अधिक परेशानी आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के खिलाड़ियों को होती है। मिनी स्टेडियम में असामाजिक तत्वों पर रोक लगाने के लिए कई बार पुलिस को पत्र भेजा जा चुका है। विद्यालय के बजट से ही स्टेडियम में शटर लगवाया है। स्टेडियम की मरम्मत के लिए शासन को पत्र भेजा जाएगा।
महावीर बिष्ट, प्रधानाचार्य, जनता इंटर कॉलेज मोटाढाक संदेश: 09कोटपी 4
कोटद्वार के भाबर क्षेत्र में खंडहर बना मिनी स्टेडियम