राजधानी बणगि सूणि तुमन गैरसैंण..
संवाद सहयोगी पौड़ी रामलीला समिति की पहल पर अक्षर काव्य समूह की ओर से होली की पूर्व संध्
संवाद सहयोगी, पौड़ी : रामलीला समिति की पहल पर अक्षर काव्य समूह की ओर से होली की पूर्व संध्या पर कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। जिसमें गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाए जाने पर खूब कविताएं सुनाई गई।
रविवार देर शाम रामलीला मैदान में आयोजित कवि सम्मेलन में अद्वैत बहुगुणा ने रूड़्यूं की राजधानी बणगि सूणि तुमन गैरसैंण, ह्यूंद कटे जाला भयों, गुमटि रालि देहरादूण कविता सुनाकर खूब तालियां बटोरी। पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम ने त्रिवेंद्र रावत हम ह्वैं ग्यां तेरा फैन, ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करी तिन गैरसैंण। कवि मनोज रावत अंजुल ने यखुली दु:ख स्हाणी ते। डॉ. रितु सिंह ने गंभीर नहीं हो सकते हैं, इतिहास जिन्होंने पढ़ा नहीं, कविता पाठ किया। नवोदित कवयित्री रश्मि न तेरू सामर्थ्य तू बिसर गे, दिन भर बौलू कन मां। मयंक सुंद्रियाल ने जबसे में उसे मिलकर आया हूं, तब से अपने को खो कर आया हूं की प्रस्तुति दी। पिथौरागढ़ से आए कवि पवन नारायण रावत ने देश को समर्पित देश है पुकारता, है हमें निहारता, साथियों जरा सुनो।
इसके अलावा कवि वीरेंद्र खंकरियाल ने वर्तमान हालातों पर होली के रंग को बयां करते हुए कहा कि मेरे देश में बिक रहा है रंग, क्षेत्रवाद, जातिवाद का।
काव्य गोष्ठी का संचालन कर रहे युवा कवि विजय कपरवान ने इश्क मुक्मल हो जाए, पहली मुलाकात का, जब तक आधूरा न छूटे, किस बात का इश्क की प्रस्तुति दी।
इस मौके पर रामलीला समिति के अध्यक्ष उमाचरण बड़थ्वाल, सचिव राम सिंह रावत, गिरीश बड़थ्वाल, अनिल बिष्ट, सुदर्शन बिष्ट, विक्रम गुसाई, राजपाल बिष्ट, मंगल सिंह नेगी, हिमांशु चौहान, जितेन्द्र सेमवाल आदि मौजूद रहे।