संक्रमण काल में युवाओं ने बांटा जरूरतमंदों का दर्द
जागरण संवाददाता, पौड़ी: कोरोना संक्रमण से पैदा होते हालात किसी से छिपे नहीं हैं। ऐसे दौर में काफी संख
जागरण संवाददाता, पौड़ी: कोरोना संक्रमण से पैदा होते हालात किसी से छिपे नहीं हैं। ऐसे दौर में काफी संख्या में आमजन जरूरतमंदों की मदद को आगे आए। पौड़ी में कुछ युवाओं ने टीम बनाई और खुद के संसाधनों से जरूरतमंदों की मदद में जुट गए। फिलवक्त उनकी इस पहल की काफी सराहना हो रही है।
शहर में कोरोना संक्रमण के दौर में एक समस्या उन गोवंश के सामने भी थी, जिनकी भूख अधिकतर बाजारों से ही मिटती थी। शहर में ऐसे एक दर्जन से अधिक गोवंश हैं। कोविड कर्फ्यू के चलते बाजार बंद रहे तो ऐसे जानवर भी भूख मिटाने की तलाश में इधर-उधर घूमते नजर आए। तब शहर में जगत किशोर बड़थ्वाल, आशीष जदली, क्रांति किशोर, अनूप देवरानी आदि ने गोवंश के लिए जंगलों से चारी पत्ती लाना, उनके लिए घरों में रोटी बनाकर उन्हें खिलाना शुरू कर दिया। चारापत्ती लाने के लिए नगर पालिका से वाहन मुहैया कराया गया। आपस में धनराशि एकत्रित की तो बाजारों में दिखने वाले बेहसारा, जरूरतमंदों को खाने की व्यवस्था मुहैया कराई। शाम को कई स्थानों पर असहाय को फल बांटे। इसके अलावा संगठनों से जो मास्क, सैनिटाइजर आदि सामग्री मिली, उसे भी टीम के माध्यम से जरूरतमंदों तक पहुंचाया गया। बात यही नहीं खत्म हो जाती, युवाओं की ओर से 75 जरूरतमंद परिवारों को राशन किट उपलब्ध कराकर दर्द बांटने का कार्य किया। बाजारों में संक्रमण के इस दौर में कोविड गाइडलाइन का पालन हो, इसके लिए युवाओं की टीम ने पिछले एक माह से 'रुकिए मास्क पहिनए, यकीन मानिए आप अकेले नहीं हैं, आप बाजार आए- बच्चे क्यों साथ लाएं' जैसे जागरूकता अभियान भी चलाए। सामाजिक कार्यों से जुड़े जगत किशोर बड़थ्वाल ने बताया कि कोरोना संक्रमण में यह सब किया जाना दूसरों के दर्द में शामिल होना था। कहा कि जो जरूरतमंदों के लिए जो बन सकता, पिछले डेढ़ माह में ये कार्य किए गए।