लाखों की लागत की गोशाला बनी शोपीस
संवाद सहयोगी कोटद्वार खोह नदी के तट पर लाखों की लागत से बनाई गई गोशाला शोपीस बनी है।
संवाद सहयोगी, कोटद्वार: खोह नदी के तट पर लाखों की लागत से बनाई गई गोशाला शोपीस बनी है। निर्माण के करीब एक साल बीतने के बावजूद अभी तक गोशाला का संचालन शुरू नहीं हो पाया है।
नगर निगम क्षेत्र में लंबे समय से आवारा पशुओं की समस्या बनी है। इन पशुओं की वजह से आये दिन दुर्घटनाएं भी हो रही हैं। इसको देखते हुए नगर निगम प्रशासन ने काशीरामपुर तल्ला में खोह नदी के तट पर गोशाला बनाने का निर्णय लिया था। लाखों रुपये की लागत से दो बीघा भूमि पर करीब एक साल पहले गोशाला का निर्माण पूरा भी हो गया, लेकिन अभी तक इसका संचालन नहीं हो पाया है।
नगर निगम की बोर्ड बैठक में गोशाला को निजी हाथों में सौंपने संबंधी प्रस्ताव भी पारित हुआ था। इसके बाद गोशाला संचालन के लिए निगम को आवेदन पत्र भी प्राप्त हुए थे, लेकिन इसके संचालन की कवायद परवान नहीं चढ़ पाई। सूत्रों के अनुसार, निगम की शर्तों को पूरा नहीं करने के कारण यह मामला ठंडे बस्ते में लटका पड़ा है। यहीं वजह है कि आवारा पशु सड़कों पर घूम रहे हैं। इनके कारण दुर्घटना होने की संभावना प्रबल बनी हुई है। हालांकि अब निगम प्रशासन दोबारा से गोशाला संचालन के लिए टेंडर प्रक्रिया निकालने की तैयारी कर रहा है। सहायक नगर आयुक्त, कोटद्वार नगर निगम राजेश नैथानी का कहना है कि अभी तक गोशाला का संचालन शुरू नहीं हो पाया है। हालांकि इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही गोशाला का संचालन शुरू कराया जाएगा।