फर्जी दस्तावेजों को लेकर यूपी के युवक पहुंचे सेना भर्ती रैली में, ऐसे आए पकड़ में
फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सेना में भर्ती होने का प्रयास कर रहे चार युवकों को दबोच लिया। सेना पुलिस ने युवकों से पूछताछ के बाद मामले की जांच शुरू कर दी है।
By Edited By: Published: Tue, 11 Jun 2019 03:00 AM (IST)Updated: Tue, 11 Jun 2019 04:11 PM (IST)
कोटद्वार, जेएनएन। सैन्य अधिकारियों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सेना में भर्ती होने का प्रयास कर रहे चार युवकों को दबोच लिया। सेना पुलिस ने युवकों से पूछताछ के बाद मामले की जांच शुरू कर दी है।
सेना भर्ती रैली के तहत सोमवार को जनपद पौड़ी की कोटद्वार और लैंसडौन तहसीलों के युवाओं ने दम दिखाया। भर्ती रैली के दौरान दस्तावेजों की जांच करते हुए सैन्य अधिकारियों को चार युवाओं पर शक हुआ, जिसके बाद सैन्य अधिकारियों ने युवाओं को सेना पुलिस के सुपुर्द कर दिया। सेना पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो पता चला कि युवा उत्तर प्रदेश के अंतर्गत मथुरा और बागपत के रहने वाले हैं।
युवकों ने बताया कि अलीगढ़ के एक व्यक्ति ने उनसे धनराशि लेकर उनके ऐसे दस्तावेज तैयार किए, जिनसे इस बात की पुष्टि हो सके कि वे कोटद्वार के रहने वाले हैं। सेना भर्ती अधिकारी कर्नल विनीत बाजपेयी ने बताया कि सेना की ओर से लगातार यह प्रचारित किया जाता है कि युवा दलालों से सावधान रहे, लेकिन युवा दलालों के चक्कर में फंस ही जाते हैं। बताया कि फर्जी दस्तावेजों के साथ दबोचे गए चारों युवाओं से पूछताछ की जा रही है और सेना की खुफिया इकाई उस व्यक्ति तक पहुंचने का प्रयास करेगी, जिसने फर्जी दस्तावेज तैयार किए।
505 ने पार की दौड़ की बाधा
कोटद्वार में चल रही सेना भर्ती रैली के तहत कोटद्वार और लैंसडौन तहसील से 4234 युवाओं ने आवेदन किया था, जिसमें से 3542 युवाओं ने भर्ती रैली में शिरकत की। बताया कि रैली के दौरान मात्र 505 युवा ही दौड़ की बाधा को पार कर पाए। बताया कि पौड़ी जनपद के सभी 15 विकासखंडों से पिछले तीन दिनों में 12480 युवाओं ने सेना भर्ती रैली में हिस्सा लिया, जिसमें से करीब 1460 युवा ही सोलह सौ मीटर की दौड़ को तय समय पर पूर्ण कर पाए।
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