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गुलदार की मौत के मामले में वन विभाग ने एक व्यक्ति को किया गिरफ्तार

पौड़ी जिले के लैंसडौन वन प्रभाग की लालढांग रेंज में बीती दो अगस्त को हुई गुलदार की मौत के मामले में विभाग ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Thu, 08 Aug 2019 05:38 PM (IST)Updated: Thu, 08 Aug 2019 08:31 PM (IST)
गुलदार की मौत के मामले में वन विभाग ने एक व्यक्ति को किया गिरफ्तार
गुलदार की मौत के मामले में वन विभाग ने एक व्यक्ति को किया गिरफ्तार

कोटद्वार, जेएनएन। लैंसडौन वन प्रभाग की लालढांग रेंज में बीती दो अगस्त को हुई गुलदार (तेंदुआ) की मौत के मामले में विभाग ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार व्यक्ति के एक कुत्ते को गुलदार ने मार दिया था, जबकि दूसरा कुत्ता गुलदार के हमले में घायल हो गया था और कुछ दिन बाद ही उसकी भी मौत हो गई थी। 

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बता दें कि दो अगस्त को लैंसडौन वन प्रभाग की लालढांग रेंज, हरिद्वार वन प्रभाग की चिड़ियापुर रेंज और राजाजी टाइगर रिजर्व की रवासन रेंज में अलग-अलग स्थानों पर तीन गुलदार मृत पाए गए। एक साथ गुलदार के तीन शव मिलने से महकमे में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में उच्चाधिकारी मौके पर पहुंचे। साथ ही शासन ने भी गुलदारों की मौत के मामले में रिपोर्ट भी तलब कर दी। शुरुआती दौर में माना जा रहा था कि गुलदार ने जंगल में कोई जहरीली वस्तु खा ली, जिससे उनकी मौत हो गई।

लैंसडौन वन प्रभाग की लालढांग रेंज में हुई गुलदार की मौत के मामले में डीएफओ वैभव कुमार सिंह ने लालढांग रेंज के वन क्षेत्राधिकारी के साथ एसओजी टीम को मामले की जांच में लगा दिया। गुरुवार को टीम ने मामले का खुलासा करते हुए लालढांग निवासी सुखपाल सिंह नेगी पुत्र जोत सिंह को गिरफ्तार किया। डीएफओ सिंह ने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि लालढांग निवासी सुखपाल ने दो कुत्ते पाले हुए थे। कुछ दिन पूर्व गुलदार के हमले में उसका एक कुत्ता घायल हो गया व सुखपाल घर पर ही उसका उपचार कर रहा था। इस बीच जुलाई माह के अंतिम सप्ताह में गुलदार ने सुखपाल के दूसरे कुत्ते को मार दिया। सुखपाल की माने तो वह घायल कुत्ते के घावों पर कीटनाशक डालकर घाव को ठीक करने का प्रयास कर रहा था, लेकिन कुत्ते की मौत हो गई और उसने कुत्ते का शव घर से कुछ दूर जंगल में डाल दिया। 

डीएफओ ने बताया कि मृत गुलदार के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी गुलदार के पेट में कुत्ते की हड्डियां पाई गई। डीएफओ ने बताया कि हरिद्वार वन प्रभाग व राजाजी टाइगर रिजर्व में गुलदारों की मौत किस तरह हुई, इस संबंध में कुछ नहीं कहा जा सकता। हत्याकांड का खुलासा करने वाली टीम में लालढांग रेंज के रेंज अधिकारी बिंदरपाल सिंह, लैंसडौन रेंज की रेंज अधिकारी पूनम अधिकारी, दिनेश घिल्डियाल, एसओजी टीम प्रभारी अनुराग जुयाल, वन आरक्षी राहुल चमोली, भूपेंद्र रौतेला, राकेश, वन दरोगा अशोक कुमार, वन आरक्षी वीरेंद्र चौधरी व विनोद बिंजोला शामिल रहे।

पुरस्कार के लिए की गई संस्तुति 

गुलदार हत्याकांड का खुलासा करने वाली टीम को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में पुरस्कृत करने के लिए डीएफओ वैभव कुमार सिंह ने वन संरक्षक से संस्तुति की है। डीएफओ का कहना है कि यह अपनी तरह का एक ऐसा मामला था जिसमें कहीं कोई सुराग नहीं था। ऐसे में टीम ने क्षेत्रीय जनता के साथ बेहतर तालमेल स्थापित कर मामले का खुलासा किया है। 

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