Move to Jagran APP

इस स्कूल में शिक्षकों के प्रयास बने शिक्षा की संजीवनी

राजकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय कठूड़ के शिक्षक अपने विद्यालय को संजीवनी देने का कार्य कर रहे हैं। अपने प्रयास से वे संसाधान जुटा रहे हैं और बच्चों को बेहतर शिक्षा दे रहे हैं।

By BhanuEdited By: Published: Fri, 31 Mar 2017 02:59 PM (IST)Updated: Sat, 01 Apr 2017 04:00 AM (IST)
इस स्कूल में शिक्षकों के प्रयास बने शिक्षा की संजीवनी
इस स्कूल में शिक्षकों के प्रयास बने शिक्षा की संजीवनी

पौड़ी, [गुरुवेंद्र नेगी]: सरकारी विद्यालयों में सिमटती छात्र संख्या और इससे पैदा होते हालत शिक्षा व्यवस्था की साख पर सवाल खड़े कर रहे हैं। अपवाद को छोड़ दें तो एक के बाद एक बंद हो रहे सरकारी विद्यालय और अभिभावकों का अपने पाल्यों को निजी विद्यालयों में दाखिला दिलाना इसकी तस्दीक भी कर रहा है। ऐसे दौर में राजकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय कठूड़ के शिक्षक अपने विद्यालय को संजीवनी देने का कार्य कर रहे हैं। संसाधनों का टोटा हो या फिर किसी गरीब छात्र की मदद। इसके लिए विद्यालय के शिक्षक आपस में ही धनराशि एकत्रित कर संसाधन जुटाते हैं। विद्यालय को स्वच्छता के क्षेत्र में कार्य करने के लिए राज्य स्तर पर सम्मानित भी किया जा चुका है। 

loksabha election banner

जिला मुख्यालय पौड़ी से 11 किमी की दूरी पर स्थित है कोट ब्लॉक का राउमावि कठूड़। ग्रामीण परिवेश वाले इस विद्यालय में फिलहाल 34 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। छात्रों की यह संख्या विद्यालय में तब देखने को मिल रही है, जब कई सरकारी विद्यालय सिमटती छात्र संख्या के कारण अस्तित्व बचाने को संघर्ष कर रहे हैं। 

विद्यालय के शिक्षक कैलाश पंवार बताते हैं कि विद्यालय में बच्चों की हर जरूरत शिक्षक आपस में धनराशि जुटाकर पूरी करते हैं। वह चाहे खेल सामग्री हो या साइंस लैब के लिए उपकरण अथवा सौंदर्यीकरण का कार्य। शिक्षक सरकार का मुंह नहीं ताकते।

खास बात यह कि शिक्षकों की इस मुहिम में स्थानीय ग्रामीण व जनप्रतिनिधि भी सहयोग करते हैं। ग्राम प्रधान लक्ष्मी देवी ने जहां विद्यालय जाने वाले सीसी मार्ग का निर्माण करवाया है, वहीं क्षेत्र पंचायत सदस्य मीनाक्षी देवी ने शौचालयों के लिए पानी की व्यवस्था। साफ है कि जिस मंशा के साथ शिक्षक विद्यालय को संवारने का कार्य कर रहे हैं, वह अन्य विद्यालयों के लिए भी प्रेरणादायी है।

जिला शिक्षाधिकारी बेसिक कुंवर सिंह रावत के मुताबिक राउमावि कठूड़ में शिक्षकों ने पठन-पाठन का बेहतर माहौल बनाया हुआ है। शिक्षकों ने विद्यालय में जो सौंदर्यीकरण करवाया, वह समपर्ण की भावना को दर्शाता है। इसके अच्छे परिणाम यहां छात्र संख्या वृद्धि के रूप में देखने को मिले हैं। 

सर्वश्रेष्ठ शिक्षक का सम्मान

वर्ष 2015-16 में शिक्षा विभाग की ओर से आयोजित ब्लॉक स्तरीय कार्यक्रम में बेहतर कार्य के लिए विद्यालय की शिक्षक गीता बिष्ट और कैलाश पंवार को सम्मानित किया गया। इसके अलावा स्वच्छता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए भी विद्यालय को देहरादून में राज्य स्तर पर सम्मानित किया गया। 

प्रतियोगिताओं में अव्वल रहे नौनिहाल

विद्यालय के प्रधानाध्यापक यशदेव सिंह रावत बताते हैं कि वर्ष 2015-16 में जिला स्तर पर पोखड़ा में आयोजित 'सपनों की उड़ान' कार्यक्रम के तहत विज्ञान प्रदर्शनी में विद्यालय के बच्चों ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। जबकि, वर्ष 2016-17 में ब्लॉक स्तर पर आयोजित 'सपनों की उड़ान' कार्यक्रम में विद्यालय के छात्र नवाचार, गणित व लोकनृत्य में प्रथम रहे।

मैदान को भी किया दुरुस्त

शिक्षकों ने खुद के प्रयासों से विद्यालय में खेल मैदान को चौड़ा किया। बच्चों को बालीवॉल, नेट, बैडमिंटन, फुटबाल आदि सामग्री खरीद कर दी और खाली समय में उन्हें इसका प्रशिक्षण भी दिया। हाल ही में गढ़वाल मंडल के अपर शिक्षा निदेशक एसपी खाली ने विद्यालय का निरीक्षण किया तो यहां के शैक्षणिक माहौल को देख शिक्षकों की पीठ थपथपाई।

यह भी पढ़ें: निर्धन छात्र-छात्राओं को उपलब्‍ध करा रहे हैं निश्शुल्क पाठ्य सामग्री

यह भी पढ़ें: रुड़की के विदुर को अमेरिका में सात करोड़ का पैकेज

यह भी पढ़ें: पहले सेना में रहकर की देश सेवा, अब तैयार कर रहे हैं लड़ाके


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.