कण्वाश्रम का इतिहास खंगाल रहा दूरदर्शन
जागरण संवाददाता, कोटद्वार: दूरदर्शन की टीम इन दिनों ऐतिहासिक कण्वाश्रम के इतिहास खंगालने
जागरण संवाददाता, कोटद्वार: दूरदर्शन की टीम इन दिनों ऐतिहासिक कण्वाश्रम के इतिहास खंगालने में जुटी हुई है। दूरदर्शन की ओर से महर्षि कण्व की तपस्थली व देश के नामदेवा चक्रवर्ती सम्राट भरत की जन्मस्थली पर एक वृत्तचित्र बनाया जा रहा है। इसके लिए जानकारों से कण्वाश्रम के इतिहास की जानकारी ली जा रही है।
कण्वाश्रम पहुंची दूरदर्शन की टीम ने दूरदर्शन के कार्यक्रम अधिकारी अरुण राजगुरु के दिशा-निर्देशन में कण्वाश्रम व सतीमठ में कई दृश्यों को फिल्माया। साथ ही, साहित्यकार योगेश पांथरी, डॉ. दिवाकर बेबनी, चक्रधर शर्मा, डॉ. एनके ढौंढियाल, मयंक प्रकाश कोठारी से कण्वाश्रम के अतीत व वर्तमान से जुड़ी जानकारियां एकत्र की। मयंक प्रकाश कोठारी ने टीम को बताया कि वर्ष 1990 में सात से 12 जनवरी तक केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय की ओर से कण्वाश्रम में अखिल भारतीय वैदिक सम्मेलन व संस्कृत भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। उन्होंने बताया कि देवी प्रसाद कोठारी व प्रकाश चंद्र कोठारी के प्रयासों से इस कार्यक्रम का आयोजन करवाया गया, जिसमें पूरे भारतवर्ष से आये एक हजार से अधिक बुद्धिजीवियों ने शिरकत की।
बताया कि इस अवसर पर श्री नाट्यम हरिद्वार की ओर से कण्वाश्रम पर आधारित एक नाटक का भी मंचन किया गया। दूरदर्शन की टीम अपने तीन दिवसीय भ्रमण में कण्वाश्रम के साथ ही लैंसडौंन व ताड़केश्वर पर भी वृत्तचित्र बनाएगी। टीम में दूरदर्शन के कैमरामैन लंकाज शर्मा और टेक्नीशियन राकेश जुयाल शामिल हैं।