लॉकडाउन में बढ़ा साइबर अपराध का ग्राफ
लॉकडाउन होने के बाद साइबर क्राइम के ग्राफ के बढ़ने पर पुलिस की ओर से एडवाइजरी जारी कर लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है।
संवाद सहयोगी, कोटद्वार: यदि आपका कोई दोस्त फोन करने की बजाय फेसबुक मैसेज के जरिए आपसे रुपये मांगता है। तो सावधान हो जाए। क्योंकि साइबर अपराधी लॉकडाउन होने के कारण सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को ठगी का शिकार बना रहे है। यह अपराधी आपका एकाउंट हैक करके आपके दोस्त की मदद के नाम पर पैसे भेजने का मैसेज कर सकते हैं। इसलिए किसी भी दोस्त द्वारा सोशल मीडिया पर आर्थिक सहायता के लिए मैसेज आने पर पैसे भेजने की बजाय पहले उससे फोन पर संपर्क कर ले। लॉकडाउन होने के बाद साइबर क्राइम के ग्राफ के बढ़ने पर पुलिस की ओर से एडवाइजरी जारी कर लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है। पुलिस विभाग के अनुसार अभी तक सैकड़ों लोग ठगी का शिकार होने के कारण अपने हजारों रूपये गवा चुके हैं।
डोनेशन के नाम पर भी हो रही ठगी :
कोरोना संक्रमण के दौर में जरूरतमंदों की मदद के लिए बनाई गई विभिन्न सामाजिक व सरकारी संस्थाओं के नाम पर डोनेशन की मांग करके भी अपराधी फर्जीवाड़ा कर रहे हैं। पुलिस विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पिछले दो माह के भीतर साइबर अपराध से संबंधित चालीस शिकायतें कोतवाली में पहुंच चुकी है। जिसमें लोगों से लॉकडाउन में प्रधानमंत्री की ओर से आर्थिक मदद देने के नाम पर उनके एटीमए व ओटीपी नंबर पूछकर ठगी की गई है। कुछ दिन पूर्व ऐसे ही एक पीड़ित व्यक्ति के पैसे पुलिस ने साइबर ठगों से वापस दिलवाए थे।
कोट्स :
लॉकडाउन के दौरान साइबर अपराध के मामले बढ़े हैं। अधिकांश लोगों से आर्थिक मदद देने व फेसबुक आईडी हैक कर पैसे वसूले गए हैं। साइबर अपराध से बचने के लिए लोगों का जागरूक होना आवश्यक है।
मनोज रतूड़ी, कोतवाल।