पार्षदों ने फूंका मुख्यमंत्री का पुतला
शासन की ओर से नगर निगम क्षेत्र के नए वार्डों से भवन कर वसूलने के निर्णय का पार्षदों ने विरोध किया है।
संवाद सहयोगी, कोटद्वार: शासन की ओर से नगर निगम क्षेत्र के नए वार्डों से भवन कर वसूलने के निर्णय का पार्षदों ने विरोध किया है। पार्षदों ने मुख्यमंत्री का पुतला दहन करते हुए जल्द निर्णय वापस लेने की मांग की है। कहा कि जनता पर जबरन थोपे जा रहे कर को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
गुरुवार को पार्षदों ने निगम परिसर के समीप बदरीनाथ मार्ग पर पुतला दहन किया। पार्षदों का आरोप है कि जनता ने सड़कों पर उतरकर नगर निगम का विरोध किया था। बावजूद इसके निगम का गठन किया गया। बताया कि मुख्यमंत्री ने कोटद्वार दौरे के दौरान निगम के नए वार्डों से दस वर्षो तक कर नहीं वसूलने का वादा किया था, लेकिन ढाई वर्ष में ही सरकार अपने वादे को भूल गई। पार्षदों ने निगम में तैनात नगर आयुक्त पर भी सरकार के दबाव में काम करने का आरोप लगाया है। कहा कि नगर आयुक्त ने बिना महापौर को बताए शासन को कर वसूलने का प्रस्ताव भेजा है। पार्षदों ने अगली बोर्ड बैठक में नगर आयुक्त के खिलाफ निदा प्रस्ताव पारित करने का निर्णय लिया है। इस मौके पर सूरज प्रसाद कांती, अमित नेगी, विपिन डोबरियाल, सुखपाल शाह, विवेक शाह, राकेश बिष्ट, महेंद्र पाल सिंह रावत आदि मौजूद रहे।