कंडी रोड को सड़कों पर उतरे कांग्रेसी
जागरण संवाददाता, कोटद्वार: गढ़वाल-कुमाऊं को जोड़ने वाली लालढांग चिलरखाल वन मोटर मार्ग का निर्माण कार्
जागरण संवाददाता, कोटद्वार: गढ़वाल-कुमाऊं को जोड़ने वाली लालढांग चिलरखाल वन मोटर मार्ग का निर्माण कार्य रोके जाने की मांग को लेकर पूर्व काबीना मंत्री सुरेंद्र ¨सह नेगी की अगुवाई में कांग्रेसियों ने रविवार को चिलरखाल वन बैरियर के समीप धरना-प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने प्रदेश सरकार पर साजिशन लालढांग-चिलरखान वन मोटर मार्ग का निर्माण रोकने का आरोप लगाया।
रविवार को कांग्रेसी भाबर क्षेत्र के अंतर्गत शीतलपुर स्थित डॉ. आंबेडकर पार्क में एकत्र हुए, जहां से वह काबीना मंत्री सुरेंद्र ¨सह नेगी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए चिल्लरखाल वन बैरियर के समीप पहुंचे। यहां पहुंचकर जुलूस धरने में तब्दील हो गया। धरनास्थल पर हुई सभा में पूर्व कबीना मंत्री नेगी ने प्रदेश सरकार पर कोटद्वार विधानसभा की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में लालढांग-चिलरखाल वन मोटर मार्ग निर्माण को सात करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए, जिसके बाकायदा टेंडर भी जारी कर निर्माण कार्य भी शुरू करवा दिया था, लेकिन प्रदेश में भाजपा के सत्तासीन होते ही लालढांग-चिलरखाल मार्ग निर्माण का मसला ठंडे बस्ते में पहुंच गया।
तेलीस्त्रोत में हो रहे खनन पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि खनन से तेलीस्त्रोत की सुरक्षा दीवारों को जड़ों से खोद दिया गया है, जिससे आने वाली बरसात में भारी तबाही की आशंका बन गई है। कहा कि कोटद्वार में विकास के बजाय खनन व शराब की लूट मची हुई है और जनता के चुने हुए प्रतिनिधि लूट-खसोट की राजनीति कर लोगों की गाढ़ी कमाई से पैसा बटोरने का काम कर रहे हैं। जिला महिला कांग्रेस अध्यक्ष रंजना रावत ने कहा कि कोटद्वार-भाबर के समग्र विकास व कांग्रेस शासनकाल में स्वीकृत कार्यो को पूरा करने के लिए कांग्रेस का आंदोलन लगातार जारी रहेगा। जिला महिला कांग्रेस ने लालढांग चिल्लरखाल मोटर मार्ग व फ्लाई ओवर निर्माण की मांग को लेकर सिगड्डी सर्किल की लेखपाल के माध्यम से प्रदेश के राज्यपाल को ज्ञापन भी प्रेषित किया। इस मौके पर ग्राम प्रधान पूनम मेहरा, पूजा, गीता ¨सह, जानकी बुड़ाकोटी, सुधा असवाल, हयात ¨सह मेहरा, जगदीश मेहरा, दिनेश सती, मनवर ¨सह रावत, रणजीत मेहरा, विजय नारायण ¨सह, विजयपाल मेहरा सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।