पौड़ी से ही कमिश्नरी चलाएंगे कमिश्नर पुरुषोत्तम, ये है बड़ी वजह
गढ़वाल कमिश्नर बीवीआरसी पुरुषोत्तम का कहना है कि पहाड़ की समस्याओं का निदान तभी हो सकता है। जब पहाड़ को नजदीक से देखा और महसूस किया जाए।
By Edited By: Published: Thu, 21 Feb 2019 03:00 AM (IST)Updated: Thu, 21 Feb 2019 03:53 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। गढ़वाल कमिश्नर बीवीआरसी पुरुषोत्तम दून स्थित कैंप कार्यालय के बजाय पौड़ी दफ्तर से ही कमिश्नरी का कामकाज देखेंगे। कमिश्नर ने बुधवार को पौड़ी पहुंचकर काम शुरू कर दिया है। उनका दावा है कि पहाड़ की समस्याओं का निदान तभी हो सकता है, जब पहाड़ को नजदीक से देखा और महसूस किया जाए। ऐसे में अब वह पहाड़ी जनपदों से जुड़ी बैठकें और दिशा-निर्देश पौड़ी स्थित कमिश्नरी से जारी करेंगे। जल्द इसका सुर्कलर भी जारी किया जाएगा।
गढ़वाल कमिश्नरी पिछले चार साल से दून के ईसी रोड या फिर सचिवालय से प्रभारी के तौर पर चल रही थी। एक ही अफसर के पास कई दायित्व होने के चलते कमिश्नरी पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जा रहा था। यही कारण है कि चार साल पहले गढ़वाल के कमिश्नर रहे कुणाल शर्मा के बाद दूसरा कोई भी कमिश्नर पौड़ी में कैंप करने नहीं गया। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटने के बाद बीवीआरसी पुरुषोत्तम को कमिश्नर की जिम्मेदारी सौंपने के बाद वह इसमें रुचि दिखा रहे हैं।
कार्यभार ग्रहण करते ही पुरुषोत्तम ने कमिश्नरी के सभी जिलों का भ्रमण कर वहां की समस्याओं से रूबरू होने के साथ ही विकास कार्यों की समीक्षा की। इसके बाद कमिश्नर ने मंगलवार को दोबारा पौड़ी का रुख किया और बुधवार से काम भी शुरू कर दिया। कमिश्नर पुरुषोत्तम ने कहा कि अब वह दो दिन छोड़ पूरा वक्त कमिश्नरी को देंगे। शासन की मीटिंग और दून में कोर्ट कार्यों के बाद अधिकांश बैठकें पौड़ी होंगी।
हालांकि उन्होंने कहा कि दून में कोर्ट में बैठने के बाद हरिद्वार और देहरादून के अधिकारियों के साथ बैठक लेंगे। ताकि दून और हरिद्वार के अफसरों को पौड़ी न आना पड़े।
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