सौंदर्यीकरण की बाट जोह रहा चौक
लालबत्ती नहीं है लेकिन क्षेत्र में आज भी इस चौक को लालबत्ती चौक का सौंदर्यीकरण का इंतजार चल रहा है।
जागरण संवाददाता, कोटद्वार: लालबत्ती नहीं है, लेकिन क्षेत्र में आज भी इस चौक को लालबत्ती चौक कहते हैं। कई ऐसे भी हैं जो इस चौक को नजीबाबाद चौक के नाम से जानते हैं। चौक से नजीबाबाद के लिए जीप-टैक्सियों का संचालन होता है या यूं कहें कि चौक पर इन जीप-टैक्सियों का अनाधिकृत रूप से स्टैंड बना दिया गया है। मैदानी क्षेत्रों से आने वाले तमाम वाहन इसी चौराहे से होकर गुजरते हैं। पिछले चार वर्षों से चौराहे के सौंदर्यीकरण को तमाम घोषणाएं हुई हैं, लेकिन कोई भी घोषणा अभी तक धरातल पर नहीं उतर पाई है।
कोटद्वार के नजीबाबाद चौक पर लगने वाले भारी जाम को नियंत्रित करने के लिए करीब एक दशक पूर्व भारत इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड की स्थानीय इकाई ने चौक पर ट्रैफिक लाइट लगाई। कुछ समय तक ट्रैफिक लाइट ने कार्य किया। बाद में लाइट में खराबी आ गई और प्रशासन ने ट्रैफिक लाइट को यातायात में बाधक मानते हुए उखाड़ फेंका। लाइट उखड़ गई, लेकिन चौक का नाम लालबत्ती चौक हो गया। अगस्त 2017 में जब इस चौक से प्रशासन ने अतिक्रमण हटाया तो क्षेत्र की जनता को चौक के दिन बहुरने की उम्मीद नजर आने लगी। प्रशासन ने चौक से अतिक्रमण हटाकर चौक में सड़क को अठारह मीटर चौड़ा तो कर दिया, लेकिन सौंदर्यीकरण से संबंधित अन्य कार्य अभी शुरू ही नहीं हो सके हैं। हालात यह हैं कि चौक पर अवैध रूप से पार्किंग स्टैंड बना लिया गया है। यह थी पूरी योजना
चौक के चौड़ीकरण के बाद यहां पर एक गोल चक्कर के अलावा राजा भरत की मूर्ति व डिवाइडर का निर्माण प्रस्तावित था। शुरुआत में इस योजना को धरातल पर लाने के लिए प्रयास भी शुरू किए गए थे, लेकिन अब यह कवायद ठंडे बस्ते में पड़ी हुई है। चौक पर तैनात ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के लिए शेड तक की व्यवस्था इस चौक में नहीं है। नजीबाबाद चौक के सौंदर्यीकरण के लिए प्रस्ताव तैयार कर शासन में भेजा गया है। बजट की व्यवस्था होते ही चौक का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। ..पीएल शाह, नगर आयुक्त, कोटद्वार नगर निगम