कैरियर काउंसिलिग से मिलता है बच्चों की प्रतिभा को मंच
पहाड़ी क्षेत्रों से बच्चों को कैरियर काउंसलिग की सीख देने के लिए अभिभावकों का शहरों का रुख करना किसी से छिपा नहीं है।
जागरण संवाददाता, पौड़ी: पहाड़ी क्षेत्रों से बच्चों को कैरियर काउंसलिग की सीख देने के लिए अभिभावकों का शहरों का रुख करना किसी से छिपा नहीं है। ऐसे दौर में दीप्ति चंदोला शहरों की आवोहवा छोड़कर पौड़ी में कई बच्चों को बेहतर भविष्य बनाने के टिप्स बता रही है। कंडोलिया मार्ग पर उन्होंने एक कार्यशाला लगा रखी है जहां इन दिनों वह बच्चों के भविष्य के सपने को हकीकत में बदलने के लिए जुटी है। फिलवक्त उनकी इस दरियादिली का सभी खूब सराहना कर रहे हैं।
कोटद्वार निवासी दीप्ति की शादी कुछ वर्ष पूर्व चंदोला राई के समीप रौद गांव निवासी मेजर गोर्की चंदोला से हुई। उन्होंने वनस्थली विद्यापाठी से फाइन आर्ट में मास्टर डिग्री की। पति सेना में अधिकारी होने से बैंगलोर, चंडीगढ़ आदि कई क्षेत्रों में जहां भी पोस्टिग रही वहां दीप्ती ने बच्चो को फाइन आर्ट से भविष्य को संवारने की सीख देने की मुहिम चलाई। मेजर गोर्की के मुताबिक पिछले चार माह से वे अपने गांव में हैं तथा पौड़ी में कंडोलिया मार्ग पर कार्यशाला के जरिए बच्चों को फाइन आर्ट के जरिए उन्हें भविष्य में आगे बढ़ने की सीख दे रही हैं। जागरण से बातचीत में दीप्ति चंदोला ने बताया कि छोटी सी उम्र में फाइन आर्ट के जरिए बच्चों के टैलेंट को निखारा जा सकता है। इससे उनके अंदर छिपी प्रतिभा को एक मंच भी मिलता है। उन्होंने कहा कि कई बार अभिभावक अपने बच्चों को बेहतर सीख देने के लिए शहरों की ओर पलायन कर लेते हैं। उनकी मंशा यहां बच्चों को फाइन आर्ट के जरिए उन्हें कैरियर काउंसलिग के माध्यम से मंच देना है। बीस जनवरी को कार्यशाला के संपन्न होने के बाद बच्चों में टैलेंट सर्च प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। बाद में कार्ययोजना बनाकर शहर में इस मुहिम को आगे बढ़ाया जाएगा।
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