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बदल रहे हालात, पटरी पर लौट रहे उद्योग

जागरण संवाददाता, कोटद्वार: देश में लॉकडाउन खत्म होने के बाद एक जून से अनलॉक-वन की शुरूआत हुई और पटरी

By JagranEdited By: Published: Thu, 02 Jul 2020 03:00 AM (IST)Updated: Thu, 02 Jul 2020 06:10 AM (IST)
बदल रहे हालात, पटरी पर लौट रहे उद्योग
बदल रहे हालात, पटरी पर लौट रहे उद्योग

जागरण संवाददाता, कोटद्वार: देश में लॉकडाउन खत्म होने के बाद एक जून से अनलॉक-वन की शुरूआत हुई और पटरी से उतरी कल-कारखाने की गाड़ी एक बार फिर पटरी पर लौटने लगी। हालांकि, उद्योगों की लॉकडाउन से पूर्व की स्थिति आने में अभी समय लगना तय है।

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जनपद पौड़ी में औद्योगिक गतिविधियों के दृष्टिकोण से देखें तो कोटद्वार प्रथम स्थान पर है। कोटद्वार में जहां सिडकुल का औद्योगिक ग्रोथ सेंटर है, वहीं जशोधरपुर व बलभद्रपुर औद्योगिक आस्थान भी हैं। लॉकडाउन हुआ तो तमाम औद्योगिक इकाइयों में कार्य ठप हो गए। नतीजा, श्रमिकों ने अपने घरों की राह पकड़ ली। एक जून से अनलॉक शुरू हुआ, तो उद्योगों में भी कार्य शुरू हुआ व पिछले एक महीने में उद्योगों की स्थिति में थोड़ा सुधार आया है। हालांकि, बलभद्रपुर व जशोधरपुर औद्योगिक आस्थानों में जहां कच्चे माल के साथ ही श्रमिकों की काफी कमी खल रही है, वहीं ग्रोथ सेंटर में स्थित इलेक्ट्रानिक्स उत्पाद बनाने वाली कंपनियों पर चीन के साथ चल रही तनातनी का साया नजर आने लगा है।

कोटद्वार स्टील मेन्यूफैक्चर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल कंसल ने बताया कि फर्नेश फैक्ट्रियों में कच्चा माल उड़ीसा सहित अन्य तटीय राज्यों से आता है। लॉकडाउन के बाद भले ही अनलॉक प्रक्रिया शुरू हो गई हो, लेकिन ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था अभी तक ढर्रे पर नहीं आ पाई है, जिस कारण कच्चा माल मिलने में परेशानी हो रही है। बताया कि लॉकडाउन के दौरान फैक्ट्रियों के बंद होने के कारण श्रमिक भी अपने घरों को लौट गए। नतीजा, जो फैक्ट्रियां बाइस से चौबीस घंटे चलती थी, आज आठ से दस घंटे चलाना भी भारी पड़ रहा है।

उधर, सिडकुल ग्रोथ सेंटर स्थित केएमसी इलेक्ट्रानिक्स के यूनिट हेड सुरेश तिवारी ने बताया कि अनलॉक शुरू होने के बाद फैक्ट्री में कार्य शुरू हो गया था, लेकिन पिछले एक सप्ताह से उत्पाद तैयार करने की दिशा में कमी आई है। बताया कि इलेक्ट्रानिक्स इकाइयों में ज्यादातर कच्चा माल चीन से आता था, लेकिन वर्तमान में भारत व चीन के मध्य बढ़ रहे तनाव के बीच चीन से आया तमाम कच्चा माल कस्टम में अटका हुआ है। बताया कि कंपनी में लॉकडाउन से पूर्व कंपनी में सात सौ कर्मी कार्य करते थे, लेकिन वर्तमान में कच्चे माल की कमी व शारीरिक दूरी संबंधी नियम का अनुपालन करते हुए मात्र डेढ़ सौ कर्मी ही कार्य कर रहे हैं।

खाद्य पदार्थों की पैकेजिग करने वाली ग्रोथ सेंटर स्थित बनजोश इंडस्ट्री के निदेशक दीपक बनियाल ने बताया कि अनलॉक शुरू होने के बाद पिछले एक माह में स्थितियों में काफी सुधार आया है। बताया कि कंपनी ने पूर्व की भांति रफ्तार तो नहीं पकड़ी है, लेकिन ट्रांसपोर्ट नियमित हो जाएगा तो पूर्व की स्थिति सामने आने में अधिक समय नहीं लगेगा।


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