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बरसात में भी नहर सूखी, काश्तकार परेशान

कोटद्वार में पिछले एक सप्ताह से झमाझम बारिश हो रही है लेकिन सिंचाई विभाग की नहरें आज भी पानी को तरस रही हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 08 Jul 2020 10:31 PM (IST)Updated: Thu, 09 Jul 2020 06:14 AM (IST)
बरसात में भी नहर सूखी, काश्तकार परेशान
बरसात में भी नहर सूखी, काश्तकार परेशान

जागरण संवाददाता, कोटद्वार:

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कोटद्वार में पिछले एक सप्ताह से झमाझम बारिश हो रही है, लेकिन सिंचाई विभाग की नहरें आज भी पानी को तरस रही हैं। क्षेत्र में महकमे ने नहरों की काम चलाऊ मरम्मत की। जिससे पहली बारिश ने ही मरम्मत की पोल खोल दी। आलम यह है कि काश्तकार बरसात में भी खेतों में बैठ नहरों में पानी चलने का इंतजार कर रहे हैं। सिंचाई महकमा काश्तकारों की सुध लेने को तैयार नहीं है।

लालपुर क्षेत्र में काश्तकार पिछले एक सप्ताह से धान की रोपाई की तैयारी में जुटे हैं। लेकिन, सिचाई नहरें काश्तकारों की उम्मीदों पर पानी फेर रही हैं। नहर पूरी तरह सूखी हुई है व काश्तकार कई दिनों से नहर में पानी का इंतजार कर रहे हैं। मंगलवार को कुछ काश्तकार लैंसडौन वन प्रभाग की कोटद्वार रेंज के अंतर्गत सुखरो बीट के जंगल में मौजूद सिचाई नहर के हेड पर पहुंचे तो चता चला कि हेड में गहरा गड्ढा हो रखा था, जिस कारण पानी नहर में नहीं पहुंच रहा था।

काश्तकार देवेंद्र सिंह, अनूप नैथानी, भाष्कर बौंठियाल, गौरव, कल्याण सिंह, जसवंत सिंह आदि का कहना है कि उनकी ओर से कई मर्तबा सिचाई विभाग के अधिकारियों से नहर में पानी छोड़ने की मांग की जा रही है, लेकिन महकमा सुध लेने को तैयार नहीं। कहा कि खेतों में पानी न पहुंचने के कारण धान की फसल के रोपण में विलंब हो रहा है। समय पर फसल रोपित न होने से काश्तकार को नुकसान पहुंचना तय है।

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पिछले दिनों हुई बारिश से नहरों को काफी क्षति पहुंची है। संबंधित अवर अभियंता को नहरों में पानी शुरू करने के निर्देश दे दिए हैं। अन्य नहरों में पानी शुरू कर दिया गया है, लेकिन लालपुर-घराट नहर में अभी पानी शुरू नहीं हुआ है। नहर के हैड पर मरम्मत कार्य शुरू कर दिया गया है। जल्द ही काश्तकारों को पानी मिल जाएगा।

एस.मैठाणी, अधिशासी अभियंता, सिचाई खंड, दुगड्डा


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