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औद्यानिकी एवं वानिकी विवि में बारिश से कई स्थानों पर भूकटाव

वीर चंद्र सिंह गढ़वाली औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय भरसार में बीते दिनों हुई तेज बारिश से कई स्थानों पर भूकटाव हो गया है। इसके कारण परिसर में रहे अधिकारी कर्मचारियों के अलावा छात्र-छात्राएं काफी परेशान हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Oct 2021 09:38 PM (IST)Updated: Thu, 21 Oct 2021 09:38 PM (IST)
औद्यानिकी एवं वानिकी विवि में बारिश से कई स्थानों पर भूकटाव
औद्यानिकी एवं वानिकी विवि में बारिश से कई स्थानों पर भूकटाव

जागरण संवाददाता, पौड़ी: वीर चंद्र सिंह गढ़वाली औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय भरसार में बीते दिनों हुई तेज बारिश से कई स्थानों पर भूकटाव हो गया है। इसके कारण परिसर में रहे अधिकारी, कर्मचारियों के अलावा छात्र-छात्राएं काफी परेशान हैं।

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विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रो. बीपी नौटियाल ने बताया कि महाविद्यालय में अध्ययनरत छात्राओं के रहने के लिए बनाया गया बालिका छात्रावास जीर्णशीर्ण स्थिति में है। गत दिनों बारिश से छात्रावासों के भवनों में दरार आने के कारण खतरे का अंदेशा बना हुआ है। ऐसे में शीतकाल के दौरान होने वाली बर्फबारी के दौरान खतरा बढ़ सकता है। बताया कि भारी बारिश से महाविद्यालय भवन का ब्लाक ए क्षतिग्रस्त होने के कारण अधिकारियों, कर्मचारियों व छात्र-छात्राओं में भय का माहौल है। वहीं मुख्य गेट से परिसर को जाने वाली सड़क भी क्षतिग्रस्त हो गई है। बताया कि परिसर में डेयरी इकाई का संचालन भी किया जाता है, जिसमें दस गाय हैं। लेकिन, डेयरी इकाई में अत्यधिक भूकटाव हुआ है। तिगड्यू प्रक्षेत्र में निर्मित पालीहाउस का पुश्ता भी बारिश से क्षतिग्रस्त हो गया है। बताया गया कि इसके अलावा भी भारी बारिश से परिसर में कई स्थानों पर हुए भूकटाव से काफी परेशानियां बढ़ी हैं। ऐसे में समय रहते भवनों की दीवारों पर पड़ी दरार और क्षतिग्रस्त मार्गों को दुरुस्त नहीं किया गया तो शीतकाल में यहां बर्फबारी के चलते और परेशानी बढ़ सकती है। पिडर नदी के कटाव से खोखली हुई पुल की बुनियाद

सिमली : बीते दिनों बारिश से पिडर नदी में आई बाढ़ व पानी के कटाव से दर्जनों गांवों को जोड़ने वाले सिमली पैदल पुल की बुनियाद खोखली हो गई है। ग्रामीण खतरे के बाद भी पुल से ही आवाजाही कर रहे हैं, जिससे अनहोनी की आशंका बनी हुई है।

पिडर नदी में आई बाढ़ से पैदल पुल के नीचे सुरक्षा दीवार बह गई। इससे पुल के अस्तित्व को खतरा पैदा हो गया है। इसी के निकट विद्यापीठ आवासीय बस्ती के 50 परिवारों को भी नदी के कटाव से खतरा पैदा हो गया है। डिम्मर कोलाडुंग्री की प्रधान राखी डिमरी ने बताया कि यदि पुल की तत्काल मरम्मत नहीं की गई तो आवाजाही करने वालों को नुकसान हो सकता है। (संसू)


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