डंडा पकड़कर भालू से भिड़ा गया युवक तो बच गई जान
रिखणीखाल ब्लॉक के सींधी गांव में गाय चुगाने जंगल में गए एक युवक पर भालू ने हमला कर दिया। युवक ने अपने हाथ में पकड़े डंडे की मदद से भालू से भिड़कर अपनी जान बचाई।
कोटद्वार, जेएनएन। रिखणीखाल ब्लॉक के सींधी गांव में गाय चुगाने जंगल में गए एक युवक पर भालू ने हमला कर दिया। युवक ने अपने हाथ में पकड़े डंडे की मदद से भालू से भिड़कर अपनी जान बचाई।
ग्राम सींधी निवासी प्रदीप कुमार गांव के समीप जंगल में गाय चुगाने गया हुआ था। इसी दौरान झाड़ियों के पीछे घात लगाकर बैठे भालू ने उस पर हमला कर दिया। प्रदीप ने सूझबूझ का परिचय दिया और अपने हाथ में पकड़े डंडे की मदद से भालू से भिड़ गया।
इसके कुछ देर बाद भालू जंगल की ओर भाग गया। भिड़ंत के दौरान प्रदीप के पैर में चोट आई। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने घायल प्रदीप को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रिखणीखाल में भर्ती करवाया।
चिकित्सालय में भर्ती प्रदीप कुमार ने बताया कि बताया कि उनके गांव में पिछले कई माह से भालू का आतंक बना हुआ है। शाम ढलते ही ग्रामीणों का घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है। ग्रामीणों ने वन विभाग से भालू के आतंक से निजात दिलवाने की मांग की है।
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वन विभाग को धान के खेत में मरा मिला भालू
टिहरी जिले के चंबा के अंतर्गत बेमुंडा में बस्ती के पास कई दिनों से दिखाई दे रहा भालू आखिरकार वन विभाग की टीम को खेतों में मरा मिला। भालू को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम बेमुंडा में गश्त पर थी। ग्रामीणों ने दिन में वन कर्मियों को सूचना दी कि उनके धान के खेतों में भालू है। इस पर वन कर्मी उस ओर गए। उन्होंने देखा कि बस्ती से कुछ दूर भालू धान के खेत में पड़ा हैं।
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वन कर्मियों को जब भालू के मरने का यकीन हुआ तो वे उसके नजदीक गए। भालू चोटिल हो रखा था और चोट उसके अगले पैरों में लगी थी। बताते चलें कि पिछले कई दिनों से भालू बस्ती के आस-पास ही दिखाई दे रहा था। इससे ग्रामीण दहशत में थे। वे उसे पकडऩे की मांग कर रहे थे। मंगलवार को भालू को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम पिंजरा लेकर बेमुंडा पहुंच गई थी। इसके बाद से वन विभाग की टीम मौके पर गश्त कर रही थी। रेंज अधिकारी बुद्धि प्रकाश ने बताया कि भालू की उम्र पांच वर्ष से अधिक रही होगी।
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