किसान सहायता केंद्रों से दो दिन में बिका दस कुंतल मंडुवा
जागरण संवाददाता पौड़ी जिला प्रशासन की पहल पर जनपद में स्थापित किसान सहायता केंद्रों पर स्था
जागरण संवाददाता, पौड़ी: जिला प्रशासन की पहल पर जनपद में स्थापित किसान सहायता केंद्रों पर स्थानीय फसलों की बिक्री शुरू हो गई है। इसके तहत त्रिपालीसैंण किसान सहायता केंद्र में दो दिन के भीतर किसानों का दस कुंतल मंडुवा की बिक्री हुई। इसके अलावा बूंगीधार में स्थापित केंद्र में स्थानीय फसलों की बिक्री प्रक्रिया शुरू हो गई है। आने वाले दिनों में इन केंद्रों को स्थानीय फसलों के लिए बेहतर बाजार के रूप में दिखा जा रहा है।
पौड़ी कमिश्नरी की गोल्डन जुबली के दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्थानीय फसलों को बढ़ावा देने के अलावा विपणन की व्यवस्था पर जोर दिया था। इसके पीछे की मंशा ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय फसलों को बढ़ावा देने के साथ पलायन को रोकने का संदेश भी दिया गया। जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल ने योजना को अमलीजामा पहनाते हुए कृषि उत्पादन विपणन केंद्र रूद्रपुर से संपर्क किया। प्रथम चरण में जनपद के विकासखंड थलीसैंण के चार क्षेत्रों में किसान सहायता केंद्र स्थापित किए गए, ताकि स्थानीय काश्तकार अपनी फसल को स्थानीय स्तर पर ही बिक्रय कर सकें। इसमें मंडुवा के अलावा झंगोरा, रामदाना, काला भट्ट आदि शामिल हैं। बकायदा इनके मूल्य का निर्धारण भी कर लिया गया है। दूर गांव में डीएम की मुहिम रंग लाई तो अब जनपद में स्थापित किसान सहायता केंद्रों में स्थानीय फसलों का बिक्रय शुरू हो गया है। जिलाधिकारी गब्र्याल ने बताया कि इन केंद्रों से आने वाले दिनों में किसानों को काफी लाभ मिलेगा। कहा कि किसानों की फसलों के लिए यह स्थानीय बाजार के रुप में मददगार साबित होगा। मुख्य कृषि अधिकारी देवेंद्र सिंह राणा ने बताया कि त्रिपालीसैंण में दो दिन के भीतर किसानों ने दस कुंतल मंडुवा बिक्रय किया। इसके अलावा एक कुंतल झंगोरे का भी बिक्रय हुआ। बूंगीधार में भी किसानों ने केंद्र में मंडुवे का बिक्रय किया। उन्होंने कहा कि आगे भी कार्य जारी रहेगा।