नहर में गिरा मासूम, लोगों ने समझा गुड़िया, जानिए कौन बना उसके लिए फरिस्ता
छोई गांव के कंचनपुर में मंगलवार को नहर में बह रहे मासूम की युवक ने बचाई जान।
संवाद सहयोगी, रामनगर : छोई गांव के कंचनपुर में मंगलवार को एक बड़ा हादसा होने से बच गया। हुआ कुछ यूं कि एक मासूम बाहर खेल रहा था। इस दौरान वहां कोई आसपास नहीं। अचानक खेलते-खलते वह नहर में गिर गया, लेकिन घटना पर किसी की नजर नहीं पड़ी। कुछ लोगों ने उसे देखा भी तो उन्होंने समझा कोई गुड़िया होगी। लेकिन जब मासूम कुछ देर तक दिखाई नहीं दिया तो परिजनों ने खोजबीन शुरू की। कुछ देर बार बहते हुए बच्चे पर एक युवक की नजर पड़ी तो उसने अपनी जान पर खेलकर मासूम को नहर से निकाल लिया। बच्चे का निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है। परिजनों ने युवक को भगवान का रूप बताया।
ग्राम छोई स्थित कंचनपुर में देवेंद्र सिंह किराए के मकान में रहते हैं और छोई स्थित एक रिसॉर्ट में काम करते हैं। मंगलवार को उनका दो वर्षीय बेटा निखिल खेलते-खेलते घर के आगे से गुजर रही सिंचाई नहर तक चला गया और उसमें गिर गया। पानी के बहाव में वह कुछ दूर तक बहता चला गया। बताया जा रहा है कि शुरू में लोगों ने उसे बहता देखा, लेकिन वे कोई गुडि़या समझ उसे नजरअंदाज कर बैठे। बाद में जब लोगों ने उसेहाथ हिलाते देखा तो हड़कंप मच गया। इस दौरान ग्राम छोई निवासी राजू जोशी ने नहर में उतरकर उसे पकड़ लिया। बच्चे की हालत ठीक थी। इसके बाद परिजनों को घटना की जानकारी हुई। वह उसे निजी हॉस्पिटल ले गए, जहां उसे आइसीयू में भर्ती किया गया है। उसकी हालत अब खतरे से बाहर बताई जा रही है।