मछली का शिकार करने के दौरान दगा कारतूस, युवक की हालत गंभीर, हायर सेंटर रेफर
बागेश्वर जिले के कपकोट में एक दिल दहला देने वाली घटना हुई। बंदू से मछली मार रहे एक व्यक्ति के हाथों में अचानक कारतूस फ़ट गया। जिससे वह बुरी तरह से जख्मी हो गया।
बागेश्वर, जेएनएन : बागेश्वर जिले के कपकोट में एक दिल दहला देने वाली घटना हुई। मछली मार रहे एक व्यक्ति के हाथों में अचानक कारतूस दग गया। जिससे वह बुरी तरह से जख्मी हो गया। उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। चिकित्सकों ने उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया है।
मंगलवार की सुबह साढे नौ बजे बलवन्त साही। पुत्र हरीश सही निवासी असौ उम्र 40 वर्ष कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के पास स्थित सरयू नदी में मछली मारने गया हुआ था। उसके साथ कुछ और साथी भी थे। जब मछली कांटा डालकर नहीं फंसी तो उसने मारने के लिए कारतूस का प्रयोग करने का मन बनाया।
वह कारतूस लगा ही रहा था अचानक वह उसके हाथों फ़ट गया। जिससे जोरदार धमाका हुआ और उसके हाथ, सिर, आंख और छाती में गंभीर चोट आ गई। आस-पास के लोगों को सूचना मिलने पर वह उसे गंभीर अवस्था में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कपकोट ले आए। जहां चिकित्सकों ने उसकी मरहम पट्टी की हालत गंभीर होने पर उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। परिजन उसे हल्द्वानी ले जाने की तैयारी कर रहे।
कारतूस व करंट से मछली का शिकार
सरयू गोमती नदी में कारतूस लगाकर मछली का शिकार करना आम है। कई बार तो मछली मारने के लिए करंट का भी प्रयोग किया जाता है। जो बेहद खतरनाक है। इससे कई बार हादसे भी हो चुके हैं। लेकिन इसके बाद भी फिलहाल इस तरह से शिकार को रोकने में पुलिस और प्रशासन नाकाम ही साबित हुई है। कुछ लोग भी अवैध तरीके से मछली का शिकार कर रहे हैं। जिससे वह हादसे का शिकार हो रहे है।
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