बागेश्वर में आइसोलेशन सेंटर से भागे युवक पुलिस ने पकड़कर फिर आइसोलेट किया
कोरोना संक्रमण से बचाव और रोकथाम के लिए पुलिस महकमा मुस्तैदी के साथ काम कर रहा है। बाहर से आ रहे प्रवासियों को होटल पंचायत घर स्कूल और अन्य स्थानों पर क्वारंटाइन किया गया है।
बागेश्वर, जेएनएन : कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव और रोकथाम के लिए पुलिस महकमा मुस्तैदी के साथ काम कर रहा है। बाहर से आ रहे प्रवासियों को होटल, पंचायत घर, स्कूल और अन्य स्थानों पर क्वारंटाइन किया गया है। लेकिन प्रवासी इस पाबंदी में रहने से आजिज आने लगे हैं। क्वारंटाइन सेंटरों से उनके भागने का सिलसिला तेज हो गया है। जिले में अभी तक दो संस्थागत क्वारंटाइन में रह रहे लोग भागे हैं। जबकि पुलिस ने उन्हें पकड़ कर पुन: क्वारंटाइन किया है।
बागेश्वर के एक होटल में संस्थागत क्वारंटाइन पर रखे गए मजगांव, कमेड़देवी निवासी राजेंद्र सिंह 28 पुत्र पान सिंह पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर फरार हो गया। वह 21 मई को आइसोलेट किया गया था, लेकिन वहां से फरार हो गया। इसकी खबर होने पर पुलिस के हाथ-पांव फूल गए और उसकी तलाश शुरू कर दी गई। प्रभारी अधिकारी आइसोलेशन सेंटर चंद्रशेखर पंत ने तत्काल उसके भागने की तहरीर कोतवाली को दी।
कोरोना संदिग्ध के खिलाफ पुलिस ने आपदा प्रबंधन अधिनियम में अभियोग पंजीकृत किया। कोतवाल डीआर वर्मा ने टीम गठित की और उसे पकड़ लिया गया। पुलिस आरोपित को एंबुलेंस के जरिए पुन: आइसोलेशन सेंटर लाई। पुलिस ने उसकी निगरानी बढ़ा दी है। कोतवाल ने कहा कि कोरोना वायरस जैसी संक्रामक बीमारी के फैलने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। मालूम हो गत सप्ताह एक स्थानीय होटल से भी एक क्वारंटाइन प्रवासी भाग गया था और उसके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज है।
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रेड जोन से आ रहे प्रवासियों के लिए की जा रही सेंट्रलाइज्ड क्वारन्टीन सेंटर की व्यवस्था