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भगवान भरोसे है काठगोदाम रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व सुविधा nainital news

काठगोदाम रेलवे स्टेशन को कुमाऊं का मुख्य द्वार भी कहा जाता है। स्टेशन पर यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था को चौकस होना चाहिए पर यहां पर सब रामभरोसे है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sat, 28 Dec 2019 01:19 PM (IST)Updated: Sun, 29 Dec 2019 10:37 PM (IST)
भगवान भरोसे है काठगोदाम रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व सुविधा nainital news
भगवान भरोसे है काठगोदाम रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व सुविधा nainital news

हल्द्वानी, जेएनएन : काठगोदाम रेलवे स्टेशन मंडल का ए ग्रेड स्टेशन होने के साथ ही सबसे अधिक यात्रियों के आवागमन वाले स्टेशनों में से एक है, लेकिन इस स्टेशन पर यात्रियों की सुरक्षा व सुविधा की बात करें तो यहां दोनों न के बराबर हैं। समय-समय पर अधिकारियों की ओर से सुरक्षा और सुविधा के पुख्ता इंतजाम किए जाने के दावे तो किए जाते हैं, लेकिन यह दावे धरातल पर नदारद हैं।

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काठगोदाम रेलवे स्टेशन को कुमाऊं का मुख्य द्वार भी कहा जाता है। ऐसा इसलिए की देश-विदेश से पहाड़ों की खूबसूरती का लुत्फ लेने के लिए आने वाले यात्रियों का पर्वतीय मार्ग का सफर यहीं से शुरू होता है। इसी वजह से काठगोदाम स्टेशन पर रोजाना हजारों की संख्या में यात्रियों का आवागमन लगा रहता है। वहीं यात्रियों के इतनी बड़ी संख्या में आने-जाने से जहां स्टेशन पर यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था को चौकस होना चाहिए, वहां यह रामभरोसे है। साथ ही सुविधाओं की बात करें तो ए ग्रेड स्टेशन पर डी ग्रेड व्यवस्थाओं का डेरा है।

खराब पड़ा टिकट चार्ट डिस्प्ले

काठगोदाम रेलवे स्टेशन के रिजर्वेशन चार्ट डिस्पले बोर्ड के कई दिनों से खराब पड़े होने से यात्रियों को अपने ट्रेन के संबंधित टिकट की जानकारी प्राप्त करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसे अब तक ठीक नहीं किया जा सका है।

यात्री व लगेज

दिव्यांग पार्किंग पर कारों का कब्जा

स्टेशन के प्रवेश द्वार पर रैंप के पास दिव्यांगों के वाहन रखने के लिए पार्किंग की व्यवस्था की गई है, लेकिन इस जगह रोजाना अन्य लोगों द्वारा अपनी कार खड़ी कर दी जाती है। जो दिव्यांग लोगों के लिए परेशानी का कारण बन जाती है।

स्केनर मशीन नहीं

काठगोदाम रेलवे स्टेशन के मुख्य प्रवेश द्वार पर लगी मेटल डिटेक्टर मशीन को खराब हुए करीब पांच साल बीतने के बाद भी आज तक दूसरी मशीन की व्यवस्था नहीं की गई। न ही सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए इसे सही करवाया गया। इतना ही नहीं, इस स्टेशन पर यात्रियों के लगेज को भी स्केन करने का कोई इंतजाम नहीं है। ऐसे में कोई भी गलत मंशा रखने वाला व्यक्ति स्टेशन पर बिना किसी भय के प्रवेश कर सकता है।

स्टेशन पर सीसीटीवी नहीं

स्टेशन पर रोजाना हजारों यात्रियों का आवागमन लगा रहता है। इसी भीड़ के बीच कई बार कुछ असामाजिक तत्व आपराधिक वारदात भी करते है। रेलवे स्टेशन पर अभी तक सीसीटीवी कैमरे नहीं लगने से अपराधी वारदात को अंजाम देकर चले जाते हंै और उनकी पहचान नहंी हो पाती। अगर स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरे लगा दिए जाएं तो ऐसे लोगों को पकड़ा जा सकता है।

स्टेशन पर अधूरा टिनशेड

रेलवे स्टेशन पर अधूरे टिन शेड होने के कारण यात्रियों को खुले आसमान के नीचे परेशानी झेलनी पड़ रही है। रेलवे की ओर से लंबे समय से अधूरे टिनशेड को पूरा करने की बात तो कही गई, लेकिन हुआ कुछ नहीं।

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