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बैजनाथ में फिनलैंड की लकड़ी से बना वुडेन हाउस, एक साथ सकेंगे 200 पर्यटक

चारधाम के यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। अब वे बैजनाथ धाम में यात्री विश्राम कर सकेंगे। फिनलैंड की चीड़ की लकड़ी से इमरात का निर्माण पूरा हो गया है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Thu, 10 Sep 2020 03:36 PM (IST)Updated: Thu, 10 Sep 2020 03:56 PM (IST)
बैजनाथ में फिनलैंड की लकड़ी से बना वुडेन हाउस, एक साथ सकेंगे 200 पर्यटक
बैजनाथ में फिनलैंड की लकड़ी से बना वुडेन हाउस, एक साथ सकेंगे 200 पर्यटक

बागेश्वर, घनश्याम जोशी : चारधाम के यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। अब वे बैजनाथ धाम में यात्री विश्राम कर सकेंगे। फिनलैंड की चीड़ की लकड़ी से इमरात का निर्माण पूरा हो गया है। वुडेन हाउस विदेशी पर्यटकों को भी आकर्षित करेगा। 12.50 करोड़ रुपये की लागत से इमरात का निर्माण पूरा हो गया है।

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उत्तराखंड देवभूमि है और यहां हर साल बड़ी तादाद में आस्थावान लोग तीर्थ यात्रा करने के लिए आते हैं। चारधाम के यात्रियों को रहने की सबसे बड़ी दिक्कत होती है। अब कुमाऊं मंडल विकास निगम ने बैजनाथ में उनके लिए वुडेन हाउस का निर्माण कर दिया है। इस भवन की खासियत है कि यह फिनलैंड के चीड़ की लकड़ी से बना हुआ है। भवन का स्ट्रक्चर अनूठा है। इसमें एक साथ 200 यात्री ठहर सकेंगे। उन्हें भोजन और पार्किंग की सुविधा भी यहां मिल सकेगी।

टीआरसी के ठीक पीछे बनी तीन मंजिला इमारत जहां विदेशी पर्यटकों को लुभाने का काम कर रही है, वहीं पर्यटन के लिए यह योजना फायदेमंद साबित हो सकती है। आठ कमरे, तीन हाल और किचन, रेस्टोरेंट का निर्माण पूरा हो गया है। पर्यटन सर्किट योजना के तहत यह निर्माण कार्य किया गया है।

केएमवीएन के अवर अभियंता दीप चंद्र लोहनी ने बताया कि वुडेन हाउस का कार्य पूरा हो गया है। चारधाम यात्री और विदेशी पर्यटकों के लिए कमरे उपलब्ध हैं। धार्मिक यात्रियों को सबसे अधिक राहत मिलेगी। 200 तीर्थयात्री एक साथ रह सकेंगे। पार्किंग निर्माण के लिए कार्रवाई चल रही है।

200 पर्यटक कर सकेंगे विश्राम

वुडेन हाउस में 200 तीर्थ यात्री एक साथ विश्राम कर सकेंगे। 1250 स्वायर वर्ग मीटर में यह इमरात बनाई गई है। एक कक्ष में करीब चार बेड हैं और यात्रियों के लिए इस भवन काे सुविधा संपन्न बनाया गया है।

चारधाम यात्रा होगी आसान

वुडेन हाउस का उद्देश्य चारधाम यात्रा आसान करने का है। बद्रीनाथ और केदारनाथ की यात्रा भी यहां से होकर गुजरेगी। रात्रि विश्राम के बाद धार्मिक पर्यटक बैजनाथ मंदिर समूह का भी दर्शन कर सकेंगे।

वातानुकूलित है भवन

तीन मंजिला इमरात की छत टिन की बनी है और छत के निचले हिस्से में भी विदेशी चीड़ की लकड़ी लगी है। पत्थर का इस्तेमाल इमरात में नहीं हुआ है। यह इमरात वातानुकूलित भी होगी।

पार्किंग का अभी इंतजार

मई 2019 में पार्किंग स्वीकृत हुई, लेकिन अभी उसका निर्माण नहीं हो सका है। कुमाऊं मंडल विकास निगम इसके लिए प्रयासरत है। पार्किंग बनते ही केएमवीएन की आय भी अतिरिक्त बढ़ोत्तरी होने की उम्मीद है।


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