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कॉर्बेट नेशनल पार्क में सफारी कराने वाली महिलाएं जिप्‍सी चलाने का प्रशिक्षण लेने जाएंगी देहरादून

जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में पहली बार महिलाएं पर्यटकों को सफारी कराती नजर आएंगी। इसकी तैयारी जोरशोर से चल रही है। कॉर्बेट प्रशासन ने 50 महिला चालकों के लिए आवेदन मांगे थे। जिनके लिए कुल 45 महिलाओं ने आवेदन किया था। इनका साक्षात्‍कार पूरा हो गया है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sun, 01 Aug 2021 11:33 AM (IST)Updated: Sun, 01 Aug 2021 11:33 AM (IST)
कॉर्बेट नेशनल पार्क में सफारी कराने वाली महिलाएं जिप्‍सी चलाने का प्रशिक्षण लेने जाएंगी देहरादून
कॉर्बेट नेशनल पार्क में सफारी कराने वाली महिलाएं जिप्‍सी चलाने का प्रशिक्षण लेने जाएंगी देहरादून

रामनगर, जागरण संवाददाता : जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में पहली बार महिलाएं पर्यटकों को सफारी कराती नजर आएंगी। इसकी तैयारी जोरशोर से चल रही है। कॉर्बेट प्रशासन ने 50 महिला चालकों के लिए आवेदन मांगे थे। जिनके लिए कुल 45 महिलाओं ने आवेदन किया था। इनका साक्षात्‍कार पूरा हो गया है। महिलाओं को अब देहरादून में जिप्सी चलाने का बकायदा प्रशिक्षण दिया जाएगा। जल्द ही वे प्रशिक्षण लेने के लिए देहरादून रवाना होंगी। बता दें कॉर्बेट नेशनल पार्क भारत का ऐसा पहला पार्क होगा जिसमें महिलाएं पर्यटकों को जंगल सफारी कराती नजर आएंगी।

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21 मार्च को पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर रामनगर में पहुँचे थे। तब उन्होंने घोषणा की थी कि वन संरक्षण एवं संवर्धन में राज्य की महिलाओं की सीधी भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी और उन्हें रोजगार से जोड़ा जाएगा। तब वन मंत्री हरक सिंह रावत की पहल पर उन्होंने कहा था कि कॉर्बेट नेशनल पार्क में 50 महिला जिप्सी चालकों की भर्ती की जाएगी। पिछले माह से कॉर्बेट में 50 महिला जिप्सी चालकों के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। जिसके के लिए कुल 45 महिलाओं ने आवेदन किया था। इन सभी 45 महिलाओं का शनिवार को सक्षात्कार कॉर्बेट प्रशासन द्वारा ले लिया गया है।

राज्य सरकार की योजना का लेंगी लाभ

महिलाओं को जिप्सी राज्य सरकार की वीर चंद गढ़वाली योजना के तहत उपलब्ध कराई जाएंगी। इस योजना से जहां महिलाएं आत्मनिर्भर बनेंगी वहीं जल, जंगल जमीन के अलावा वन्य जीवों के संरक्षण में भी उनका अहम योगदान होगा। साक्षात्कार देने आईं महिला ममता भट्ट ने कहा कि हम लोग जिप्सी चालक बनने के लिए उत्साहित हैं। बोलीं अभी तक पुरुष ही पर्यटकों को कार्बेट की सैर कराया करते हैं। लेकिन अब महिलाएं भी कॉर्बेट में सफारी कराते हुए नजर आएंगी।

एक सप्‍ताह बाद जाएंगी महिलाएं

कार्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल ने बताया कि देहरादून में परिवहन विभाग का अच्छा ट्रेनिंग सेंटर है। वहीं इन महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। एक सप्ताह बाद महिलाएं प्रशिक्षण के लिए देहरादून रवाना हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि वीरचंद गढ़वाली योजना के तहत किस तरीके से जिप्सीया खरीदी की जानी है। इसपर भी मंथन किया जाना अभी बाकी है।


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