नवरात्र पर मातृशक्ति को चाहिए सुरक्षा का वादा, उपवास में मतदान करेंगी महिलाएं
महिलाएं चाहती हैं कि सार्वजनिक परिवहन सेवाओं और अन्य स्थलों पर सुरक्षित वातावरण बने। जिस प्रकार कात्यायनी ने चंडी रूप धारण कर दुष्टों का संहार किया वैसे ही समाज हिंसा मुक्त हो।
हल्द्वानी, सतेंद्र डंडरियाल : नवरात्र की षष्ठी तिथि यानी 11 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान होगा। शक्ति के नौ रूपों में भगवती कात्यायनी नवदुर्गा का छठा स्वरूप हैं। नवरात्र उत्सव की षष्ठी को उनकी पूजा की जाती है। स्कंद पुराण में उल्लेख मिलता है कि कात्यायनी परमेश्वर के नैसर्गिक क्रोध से उत्पन्न हुई थी। जिन्होंने देवी पार्वती द्वारा दिए गए सिंह पर आरूढ़ होकर महिषासुर का वध किया। वह शक्ति की आदि देवी हैं। ऐसे में नवरात्र की षष्ठी के दिन मतदान की तिथि होने से मातृशक्ति भविष्य की सरकार से सुरक्षा का वादा चाहती है। महिलाएं चाहती हैं कि सार्वजनिक परिवहन सेवाओं और अन्य स्थलों पर सुरक्षित वातावरण बने। जिस प्रकार कात्यायनी ने चंडी रूप धारण कर दुष्टों का संहार किया, उसी तरह समाज में महिलाओं के प्रति गैर बराबरी की भावना रखने व सिंसा करने वालों से समाज मुक्त हो।
लोकतंत्र के मंदिर के लिए मातृशक्ति चुनेगी प्रतिनिधि
नैनीताल-ऊधमसिंह नगर संसदीय क्षेत्र में इस बार 8,94,546 महिला मतदाता मतदान करेंगी। एक तरफ उपवास होगा और दूसरी ओर पोलिंग बूध पर लोकतंत्र के मंदिर के लिए मातृशक्ति अपने प्रतिनिधि का चुनाव करेंगी। महिलाओं का मानना है कि बेटियों को पढ़ाने, बचाने के साथ सुरक्षित माहौल दिया जाना भी जरूरी है। जिससे वह बिना किसी हिचक के आजादी का एहसास कर सकें। पिछले कुछ समय में कानून में काफी सारे बदलाव हुए और महिलाओं को मजबूत बनाने के लिए तमाम तरह के कानूनी अधिकार दिए गए, लेकिन इसके बाद भी समाज में जिस तरह का बदलाव मातृशक्ति देखना चाहती है, उसमें थोड़ा बहुत कमी है। खासकर महिलाओं को आज भी परिवार में गैर बराबरी का सामना करना पड़ता है। नैनीताल-ऊधमसिंह नगर लोकसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 18,89,827 है। जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 9,95,281 है।
क्या हैं मातृशक्ति के मुद्दे
प्रियंका कुकरेजा, राजपुरा ने बताया कि राजनीतिक दलों ने महिला सशक्तिकरण, लैंगिक समानता कायम करने, रोजगार मुहैया कराने के वादे किए हैं, लेकिन महिलाओं की सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा है।
उच्च शिक्षा को बढ़ावा दिया जाए
रेखा जायसवाल, शक्तिपुरम नवाबी रोड की मांग है कि महिलाओं की उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए महिला शिक्षण संस्थानों की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए। यह भी बुनियादी विकास का एक हिस्सा होना चाहिए।
सभी शहरों के लिए रेल सेवा
नीतू अग्रवाल, हिमालय फार्म ने कहा कि हल्द्वानी कुमाऊं का प्रवेश द्वार है। इसलिए यहां से देश के सभी बड़े शहरों के लिए पूरे सप्ताह रेल सेवा होनी चाहिए। यह महिलाओं की सुरक्षा से जुड़ा विषय है।
महिलाओं के लिए बने अलग नीति
डॉ. मनीषा गुप्ता, नवाबी रोड ने कहा कि संसद में महिलाओं के लिए अलग से नीति बननी चाहिए। कामकाजी महिलाओं के साथ अर्थव्यवस्था में घरेलू महिलाओं के योगदान को रेखांकित किया जाना चाहिए।
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