ऊधमसिंहनगर में 9398 महिलाएं निरक्ष, आरटीआइ में हुआ खुलासा NAINITAL NEWS
साक्षर भारत बनाने के लिए देश में समय-समय पर अनेक योजनाओं का संचालन किया जाता रहा है लेकिन ताजा सर्वे में सरकारी आंकड़ों के अनुसार जनपद में अभी 9398 महिलाएं निरक्षर।
बाजपुर, जीवन सिंह सैनी : साक्षर भारत बनाने के लिए देश में समय-समय पर अनेक योजनाओं का संचालन किया जाता रहा है, लेकिन ताजा सर्वे में सरकारी आंकड़ों के अनुसार जनपद में अभी 9398 महिलाएं निरक्षर हैं जिन्हें प्रारंभिक अक्षर का ज्ञान भी नहीं है।
जिलाधिकारी डा.नीरज खैरवाल की मंशा सरकार की पढ़ी-लिखी नारी घर की उजियारी योजना की तर्ज पर ही जनपद में मेरा परिवार साक्षर परिवार कार्यक्रम का शुभारंभ कर दिया गया है। प्रथम चरण में प्रत्येक ब्लाक में निरक्षर महिलाओं का सर्वे कार्य संपन्न होने के बाद जनपद में नौ हजार चार सौ महिलाएं अशिक्षित पाई गई हैं जिसमें सबसे अधिक काशीपुर में 1998 और सबसे कम खटीमा में 790 महिलाएं निरक्षर हैं। योजना के तहत संबंधित क्षेत्र के स्कूल की कक्षा नौ से 12 तक की छात्राओं को स्वयं सेविका के रूप में चिह्नित किया जाएगा जिन पर स्वयं के परिवार के साथ-साथ आसपास की महिलाओं को अगस्त माह तक साक्षर बनाना होगा। इन्हें साक्षर भारत कार्यक्रम के तहत सामग्री भी उपलब्ध कराई जाएगी तथा कार्य में लगी स्वयं सेविकाओं को जिलाधिकारी द्वारा प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया जाएगा।
कैसे होगा योजना का संचालन
उपरोक्त योजना के संचालन हेतु संबंधित क्षेत्र के प्रधानाचार्य को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। उनके नीचे दो अध्यापकों को अनुश्रवण अधिकारी बनाया गया है, जो बच्चों का मार्ग दर्शन कर समय-समय पर प्रगति आख्या लेंगे। बच्चों के कार्य का मूल्यांकन साक्षर भारत के प्रेरकों, संबंधित प्राथमिक स्कूलों के अध्यापकों द्वारा किया जाएगा। अभियान के दौरान शेष बची महिलाओं को साक्षर करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा।
विकास खंड वार निरक्षर महिलाओं की स्थिति