अब सभी अस्पतालों में बैठेंगी महिला रोग विशेषज्ञ, महकमे ने बनाई नई योजना
डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे उत्तराखंड में अब महिला व पुरुष चिकित्सालयों का एकीकरण किया जा रहा। इसका खाका तैयार कर लिया गया है।
मनीष साह, गरमपानी : पर्वतीय राज्य में चिकित्सा व्यवस्था चुस्त दुरुस्त करने के लिए शासन नया अभिनव प्रयोग करने जा रहा। डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे उत्तराखंड में अब महिला व पुरुष चिकित्सालयों का एकीकरण किया जा रहा। इसका खाका तैयार कर लिया गया है। महत्वाकांक्षी योजना धरातल पर उतरी तो प्रदेश के सभी 13 जनपदों में इतने पुरुष चिकित्सालयों में महिला रोगियों को इधर उधर भटकने के बजाय एक ही छत के नीचे त्वरित बेहतर उपचार मिल सकेगा।
दरअसल, प्रदेश के 13 जनपदों में मात्र सात में ही महिला चिकित्सालय हैं। ऐसे में दूरस्थ जनपदों में महिला चिकित्सकों के अभाव में उन्हें खासकी मुश्किल झेलनी पड़ती है। कई बार तो प्रसूता की जिंदगी तक खतरे में पड़ जाती है। महिलाओं को नजदीकी जिला चिकित्सालय में ही त्वरित उपचार मिल सके, इसके लिए पुरुष व महिला चिकित्सालयों के एकीकरण किया जाएगा। इससे जहां डॉक्टरों की कमी नहीं खलेगी, वहीं समय पर इलाज न मिलने से मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने में बड़ी मदद मिलेगी। खास बात कि जहां महिला विशेषज्ञ नहीं हैं, वहां तैनात की जाएंगी।
हालिया स्वास्थ्य सचिव नितेश कुमार झा ने इस अभिनव प्रयोग को मूर्तरूप देने के मकसद से बुलाई गई बैठक में बाकायदा दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। महानिदेशक स्वास्थ्य को एकीकरण संबंधी महत्वाकांक्षी योजना पर काम शुरू करने को कहा गया है।
पांच जिला चिकित्सालय होंगे हाइटेक
स्वास्थ्य सचिव ने पहले चरण में प्रदेश के अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़, चमोली व रुद्रप्रयाग स्थित जिला चिकित्सालयों को संसाधन संपन्न बनाने के निर्देश दिए हैं। चिह्निïत जिन जिला चिकित्सालयों मेंं सुविधाएं कम हैं, उन्हें केंद्रीय मानकों के आधार पर उच्चीकृत करने को कहा गया है ताकि यहां महिला रोगियों का भी बेहतर उपचार शुरू किया जा सके।
महिलाओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी
डॉ जेसी पांडे, नोडल अधिकारी चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण देहरादून ने बताया कि महिला व पुरुष चिकित्सालयों के एकीकरण के संबंध में स्वास्थ्य सचिव के निर्देश पर हमने तैयारी तेज कर दी है। जल्द ही एकीकरण कर लोगों खासतौर पर महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगे। यह अभिनव प्रयोग लाभकारी साबित होगा।
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