शादी के लिए मैरिज हॉल व धर्मशाला न मिला तो सिख समाज की महिला खोल दिया अपना घर
लॉकडाउन में गरीब जोड़े को शादी करने के लिए न मैरिज हॉल मिला न कोई धर्मशाला। इस पर सिख समाज की महिला ने मदद की पहल की।
नैनीताल, जेएनएन : लॉकडाउन में गरीब जोड़े को शादी करने के लिए न मैरिज हॉल मिला, न कोई धर्मशाला। इधर धर्मार्थ संस्थाओं ने भी हाथ खड़े कर दिए। जिससे दो परिवारों के समक्ष संकट खड़ा हो गया। इस बीच सिख समाज की एक महिला ने मदद के लिए पहल की और शादी के लिए जहां इन्हें अपना घर उपलब्ध कराया, वहीं कुछ समाजसेवियों ने आर्थिक योगदान दिया। जिससे विवाह संपन्न हो सका और दोनों परिवारों की खुशियां लौट आयी।
देहलीगांव नथुवाखान के पंकज की शादी पॉपुलर कंपाउंड मल्लीताल नैनीताल निवासी चंदन टम्टा की बेटी मीनाक्षी से तय हुई थी। दोनों परिवारों की आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं थी तो उन्होंने सादगी से धर्मशाला, मंदिर या धर्मार्थ संस्थाओं के सभागारों में शादी समारोह के लिए कोशिश की। इधर जिला प्रशासन ने मंदिर में शादी को अनुमति नहीं दी तो धार्मिक संस्थाओं ने भी हाथ खड़े कर दिए।
जिसके बाद पॉपुलर कंपाउंड निवासी सिख समाज की ललिता मैद ने दोनों परिवारों की मदद की पहल की और इसके लिए अपने आवास पर शादी का आमंत्रण दिया। इस पर बुधवार को नथुवाखान से वर समेत वर के चाचा किशन राम, भाई दिनेश पांच लोग की बरात लेकर नैनीताल पहुंचे, जहां ¨हदू रीति-रिवाज के साथ सादगी से शादी संपन्न हुई।
समाजसेवी डॉ. सरस्वती खेतवाल, शनि मंदिर के व्यवस्थापक हेम जोशी, बीना उप्रेती, आशा वर्कर कमला कुंजवाल, दिनेश भट्ट, अनुराधा चंद, ममता व शाहिस्ता साह ने आर्थिक सहयोग दिया और नवविवाहित दंपती को आर्शीवाद दिया। सभी ने उनके सुखी जीवन की कामना की। इसके बाद बरात रवाना हुई।
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