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युवती ने प्रिंटर कारोबारी समेत तीन के खिलाफ लिखाया था सामूहिक दुष्कर्म का फर्जी मुकदमा !

तीन दिन पहले रुद्रपुर के प्रिंटिंग प्रेस कारोबारी समेत दो लोगों पर युवती को नशीला पदार्थ खिलाकर सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करवाने के पीछे साजिश सामने आ रही है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Wed, 21 Aug 2019 10:23 AM (IST)Updated: Wed, 21 Aug 2019 10:23 AM (IST)
युवती ने प्रिंटर कारोबारी समेत तीन के खिलाफ लिखाया था सामूहिक दुष्कर्म का फर्जी मुकदमा !
युवती ने प्रिंटर कारोबारी समेत तीन के खिलाफ लिखाया था सामूहिक दुष्कर्म का फर्जी मुकदमा !

हल्द्वानी, जेएनएन : तीन दिन पहले रुद्रपुर के प्रिंटिंग प्रेस कारोबारी समेत दो लोगों पर युवती को नशीला पदार्थ खिलाकर सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करवाने के पीछे साजिश सामने आ रही है। कारोबारी ने डीआइजी को शिकायती पत्र देकर खुद को बेकसूर बताते हुए निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। न्यायालय के आदेश पर दर्ज इस मुकदमे में लगाए गए आरोपों को पूर्व में ही बनभूलपुरा पुलिस नकार चुकी है। 

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तीन दिन पूर्व एक युवती की शिकायत पर कोर्ट के आदेश के बाद चोरगलिया थाने में रुद्रपुर के भूरारानी निवासी प्रिंटिंग प्रेस कारोबारी ललित खत्री व साथी राजेश सिंह चौधरी पर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज किया गया। आरोप था कि चार अगस्त को नशीला पदार्थ खिलाकर दोनों ने युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। वहीं, डीआइजी को पत्र देकर आरोपित ललित खत्री ने कहा कि उसके साथ हल्द्वानी में रहने वाले दंपती ने लाखों रुपये की धोखाधड़ी की है। उन्होंने दंपती व अन्य के खिलाफ दो मुकदमे वर्ष 2018 में हल्द्वानी व रुद्रपुर में दर्ज कराए हैं। दंपती लगातार उस पर समझौते का दबाव बना रहे थे। उनके दबाव में नहीं आने पर युवती को मोहरा बनाकर षड्यंत्र के तहत फर्जी सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया गया है। जिस युवती ने मुकदमा दर्ज कराया है, वह कभी उससे मिला तक नहीं है। 

ललित के मुताबिक चार अगस्त की घटना होने की शिकायत युवती ने की है। जबकि उस दिन सुबह वह अपने अधिवक्ता को लेने बरेली गया था। इसके बाद अधिवक्ता को लेकर हाई कोर्ट नैनीताल गया। शाम को अधिवक्ता को छोड़कर वह वापस रुद्रपुर घर आया। ललित ने डीआइजी को रास्ते के टोल प्लाजा की फोटो दी हैं। साथ ही सीसीटीवी कैमरों व मोबाइल लोकेशन की जांच कर निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की है। वहीं, कथित पीडि़ता युवती वर्ष 2016 में भी दुष्कर्म का एक फर्जी मुकदमा लिखवा चुकी है, जिसकी पुष्टि पुलिस की जांच में हुई। चोरगलिया पुलिस भी युवती के आरोपों को प्रथम दृष्टया संदिग्ध मान रही है। 


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