पंचायतीराज सशक्त होने से खुला विकास का रास्ता, महिलाओं व कमजोरों को मिली मजबूती
जनप्रतिनिधि को बिना भेदभाव और दलगत राजनीति से ऊपर उठकर विकास कार्यक्रमों को आगे बढ़ाना होगा। तभी स्वराज स्थापित होगा। कार्यक्रम संयोजक अवधेश शर्मा ने बताया कि जिले की सभी न्याय पंचायतों में रुरल लिटिगेशन एंड इंटाइटलमेंट केंद्र देहरादून के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: पूर्व कैबिनेट मंत्री राम प्रसाद टम्टा ने कहा कि पंचायती राज व्यवस्था के माध्यम से आम ग्रामीण जन समुदाय के लिए सत्ता एवं विकास में भागीदारी का रास्ता खुला है। विशेषकर महिलाओं और कमजोर वर्ग को आरक्षण मिला है।
शुक्रवार को पंचायत घर पौड़ीधार में आयोजित राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान कार्यक्रम को पूर्व मंत्री संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि को बिना भेदभाव और दलगत राजनीति से ऊपर उठकर विकास कार्यक्रमों को आगे बढ़ाना होगा। तभी स्वराज स्थापित होगा। कार्यक्रम संयोजक अवधेश शर्मा ने बताया कि जिले की सभी न्याय पंचायतों में रुरल लिटिगेशन एंड इंटाइटलमेंट केंद्र देहरादून के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमें ग्राम प्रधान, वार्ड मेंबर, रेखीय विभाग, की क्षमताओं का विकास किया जा रहा है। ताकि वह अधिक कुशलता एवं प्रभावी सक्रियता के साथ ग्राम स्वराज की अवधारणा को मूर्तरूप प्रदान कर सकें।
ग्राम प्रधान संगठन के ब्लॉक अध्यक्ष विनोद कुमार टम्टा ने कहा कि काफी लंबे समय से इस तरह के प्रशिक्षण की आवश्यकता थी। लेकिन कतिपय कारणों से आयोजन में देरी हुई। उन्होंने कहा कि ग्राम विकास के कार्यों को गति प्रदान होगी। इस दौरान प्रधानों को प्रमाणपत्र भी प्रदान किए गए। इस मौके पर मास्टर ट्रेनर सीएस नेगी, डा. जितेंद्र तिवारी, रेनू कठायत, बसंत बल्लभ भट्ट, दयाकृष्ण पंत आदि मौजूद थे।