क्रिसमस पर लागू हुई WHO की गाइडलाइन तो ये होगा असर, जाने पांच बिंदुओं में
WHO guideline regardin Omicron on Christmas ओमीक्रान के बढ़ रहे खतरे को देखते हुए क्रिसमस को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने गाइडलाइन जारी की है। डब्ल्यूएचओ ने क्रिसमस पर जुटने वाली भीड़ को देखते हुए जश्न को टालने की नसीहत दी है।
नैनीताल, जागरण संवाददाता : ओमीक्रान के बढ़ रहे खतरे को देखते हुए क्रिसमस को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने गाइडलाइन जारी की है। डब्ल्यूएचओ ने क्रिसमस पर जुटने वाली भीड़ को देखते हुए जश्न को टालने की नसीहत दी है। चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि अगर जश्न न टाला गया तो क्रिसमस पर उमड़ने वाली भीड़ से कोविड के नए वैरिएंट का खतरा तेजी से बढ़ सकता है। बता दें कि क्रिसमस और न्यू ईयर का जश्न मनाने के लिए नैनीताल, मसूरी समेत उत्तराखंड के सभी हिल स्टेशन के होटल, रिसार्ट, गेस्ट हाउस और होम स्टे 40 से 80 फीसद तक बुक हो चुके हैं। चलिए जानते हैं डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन जारी होने पर उत्तराखंड के पर्यटन पर क्या असर पड़ सकता है।
बुकिंग कैसिंल करा सकते हैं पर्यटक
क्रिसमस का जश्न उत्तराखंड के हिल स्टेशनों पर मनाने को लेकर बड़ी तादाद में पर्यटकों ने होटल, रिसार्ट, गेस्ट हाउस और होम स्टे में बुकिंग करा रखी है। ऐसे में क्रिसमस को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन की गाइडलाइन उत्तराखंड में जारी होती है तो पर्यटकों को बुकिंग कैंसिल करानी पड़ सकती है। क्योंकि गाइडलाइन के कारण पर्यटकों के ठहरने की क्षमता भी निर्धारित होगी।
अनिवार्य की जा सकती है निगेटिव रिपोर्ट
डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन जारी होने पर उत्तराखंड सरकार बार्डर, रेलवे और बस स्टेशन पर निगरा नी तेज कर सकती है। बाहर से आने वाले पर्यटकों के लिए आरटीपीसीआर रिपोर्ट भी अनिवार्य की जा सकती है। ऐसे में क्रिसमस का जश्न फीका हो सकता है।
पर्यटन कारोबार होगा प्रभावित
डब्ल्यूएचओ की नई गाइडलाइन उत्तराखंड के पर्यटन कारोबार को प्रभावित कर सकती है। बीते दो सीजन में कोरोनावायरस पहले ही उत्तराखंड के कारोबार को बुरी तरह प्रभावित कर चुका है। वहीं इस सीजन में बढ़ रहे कोविड के नए वैरिएंट ओमीक्रान ने भी चुनौतियां पैदा कर दी हैं। ऐसे में इस सीजन में भी पर्यटन कारोबार प्रभावित हो सकता है।
न्यू ईयर पर भी थम सकते हैं पर्यटकों के कदम
न्यू ईयर का जश्न मनाने के लिए बड़ी तादाद में पर्यटक देशभर से नैनीताल समेत उत्तराखंड के अन्य हिल स्टेशनों पर पहुंचते हैं। लेकिन पिछले दो सीजन के दौरान कोरोना के कारण पर्यटन स्थल सूने रहें। इस सीजन में कोविड केस कम हो रहे थे तो उम्मीद थी कि इस बार थर्टी फस्टर् का जश्न पहले की तरह पूरे जोर शोर से मनाया जाएगा। लेकिन ओमिक्रा से संभावनाओं को धूमिल किया है।
कारोबारियों में बढ़ेगी नाराजगी
कोविड ने बीते दो सीजन के पर्यटन कारोबार को पूरी तरह से चौपट कर दिया। टैक्सी, होटल, बोटिंग कारोबार प्रभावित होने के कारण हजारों के रोजगार पर संकट आया। ऐसे में अब अगर क्रिसमस पर डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन जारी होती है तो पर्यटन कारोबारियों के सामने बड़ी मुसीबत खड़ी हो जाएगी। चुनावी मौसम में ऐसा होगा तो सरकार को कारोबारियों की नाराजगी झेलनी पड़ सकती है।