Nainital Weather Update : दो दिनों की बारिश से नदियां उफनाई, अल्मोड़ा में एक बहा, नैनीताल में खिली धूप
सोमवार से कुमाऊं भर में जारी बारिश बुधवार दोपहर तक रह-रह कर होती रही। ऐसे में नदी नाले उफान पर आ गए हैं। भूस्खलन के कारण कई क्षेत्रों का संपर्क टूट गया है।
नैनीताल, जेएनएन : सोमवार से कुमाऊं भर में जारी बारिश बुधवार दोपहर तक रह-रह कर होती रही। ऐसे में नदी नाले उफान पर आ गए हैं। भूस्खलन के कारण कई क्षेत्रों का संपर्क टूट गया है। घराें के सुरक्षा दीवार भरभरा के गिर गए तो सड़क पर मलबा आने के कारण चीन सीमा से संपर्क टूट गया है। हालांंकि गुरुवार की सुबह यानी आज आसमान साफ है। नैनीताल में सुबह से ही धूप खिली है। मौसम विभाग ने अाज पिथौरागढ़, नैनीताल, अल्मोड़ा, बागेश्वर और ऊधमसिंहनगर में हल्की-फुल्की बारिश के आसार जताए हैं। शुक्रवार और शनिवार को फिर से मानसून के सक्रिय होगा। इस दौरान पूरे उत्तराखंड में बारिश को लेकर चेतावनी जारी की गई है।
सांई नदी के उफान में बह गया चतुर्थ कर्मी, मौत
अल्मोड़ा के सोमेश्वर तहसील के मालौंज गांव निवासी एक चतुर्थ कर्मी की सांई नदी के उफान में बहने से मौत हो गई है। ग्रामीणों ने उसे बचाने की काफी कोशिश की। लेकिन सफलता नहीं मिली। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा भर उसे पोस्टमार्टम के लिए अल्मोड़ा भेज दिया है। तहसील के मालौंज गांव निवासी मोहन सिंह अधिकारी (53) पुत्र जशोद सिंह राजकीय इंटर कालेज सलौंज में चतुर्थ कर्मी के पद पर तैनात थे। बुधवार को स्कूल से अवकाश होने के बाद वह अपने घर को वापस लौट रहे थे। सांई नदी का तेज बहाव देख वह रास्ते से अपने खेतों व घराट की ओर मुड़ गए। सांई नदी के किनारे पहुंचने पर वह अचानक तेज बहाव की चपेट में आ गए। चीखने चिल्लाने पर आसपास रोपाई कर रहे ग्रामीणों ने उन्हें देखा तो वह मदद को दौड़े। लेकिन जब तक ग्रामीण वहां तक पहुंचते मोहन सिंह तेज बहाव में बह चुके थे।
टनकपुर की शारदा नदी उफनाई, हाइवे बंद
बुधवार को हुई भारी बारिश के कारण चम्पावत-टनकपुर हाईवे पर धौन-स्वाला और कठौला-बेलखेत के पास अत्यधिक मात्रा में मलबा गिरने से एनएच बंद हो गया। सूचना मिलते ही पोकलैंड और जेसीबी मशीनों को मौके पर भेजकर मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया गया, लेकिन देर शाम तक एनएच आवागमन के लिए नहीं खोला जा सका था। सड़क बंद होने से दर्जनों वाहनों में सैकड़ों यात्री रास्ते में फंस गए। मंगलवार की रात से शुरू हुई बारिश का सिलसिला बुधवार को दिनभर जारी रहा। सुबह के समय मूसलाधार बारिश हुई जिससे एनएच पर कई जगह मलबा गिर गया। सुबह छह बजे करीब स्वाला-चल्थी के पास पहाड़ी का हिस्सा सड़क पर आ गिरा। जिससे वाहनों की आवाजाही ठप हो गई। सड़क बंद होते ही मलबा हटाने का काम शुरू हो गया। एनएच बंद होने की सूचना के बाद टनकपुर पुलिस ने ककराली गेट पर ही पहाड़ को आने वाले वाहनों को रोक दिया। इस बीच कई वाहन टनकपुर से निकल चुके थे जो रास्ते में फंस गए। चम्पावत से टनकपुर की ओर रवाना हुए दर्जनों वाहन भी रास्ते में फंसे हुए हैं।
किरोड़ा नाले के उफान पर आने से पूर्णागिरि मार्ग बंद
जिले के पर्वतीय क्षेत्रों के साथ मैदानी इलाकों में बुधवार को हुई मूसलाधार बारिश से शारदा नदी और किरोड़ा नाला उफान पर आ गया। सुबह छह बजे से उफनाया नाला चार घंटे बाद 10 बजे शांत हुआ। तब जाकर वाहनों के साथ पैदल आवाजाही सुचारू हो पाई। इस दौरान थ्वालखेड़ा और नायकगोठ के ग्रामीणों ने पैदल और वाहनों की मदद से नाले को पार करने का जोखिम भरा प्रयास किया। बाद में फायर पुलिस ने उन्हें नाला पार करने से रोका। इधर, बारिश से बाटनागाड़ में भी बड़ी मात्रा में मलबा आकर पूर्णागिरि मार्ग में जमा हो गया।
चीन सीमा को जोडऩे वाले तवाघाट-लिपुलेख, तवाघाट- तिदांग मार्ग बंद
पिथौरागढ़ जिले में सोमवार रात से जारी बारिश बुधवार के दोपहर तक जारी रही। बारिश से जिले के डेढ़ दर्जन मार्ग बंद हैं। चीन सीमा को जोडऩे वाले तवाघाट-लिपुलेख, तवाघाट- तिदांग मार्ग बंद है। मुनस्यारी-मिलम मार्ग भी बंद है। थल-मुनस्यारी मार्ग में नाचनी के पास नया बस्ती के पास बंद मार्ग खोलते हुए पहाड़ से जेसीबी मशीन पर मलबा गिरा। ऑपरेटर ने कूद मार कर जान बचाई। टनकपुर-तवाघाट हाईवे घाट से पिथौरागढ़ के मध्य दिल्ली बैंड के पास सुबह दो बार खुलने के बार फिर बंद हो चुकी है। अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ मार्ग भी कोकलखेत के पास बंद हो गया। यहां पर वाहन पर मलबा गिरा। जिले के चार प्रमुख मार्गों सहित 14 मार्ग बंद हैं।