क्षमता से पांच गुना अधिक कैदियों का बोझ ढो रहे हल्द्वानी जेल में पानी का संकट nainital news
क्षमता से पांच गुना तक कैदियों का बोझ ढो रहे उपकारागार में दो नलकूप होने के बावजूद पानी का संकट बना हुआ है।
हल्द्वानी, जेएनएन : क्षमता से पांच गुना तक कैदियों का बोझ ढो रहे उपकारागार में दो नलकूप होने के बावजूद पानी का संकट बना हुआ है। यहां दो नलकूप में एक फुंका पड़ा है, जबकि दूसरे की पानी की डिस्चार्ज क्षमता काफी कम है। जेल प्रशासन रोजाना जलसंस्थान से टैंकर मंगाकर कैदियों की प्यास बुझ रहा है।
वर्तमान में हल्द्वानी उपकारागार में कैदियों की संख्या करीब 1400 है। इन कैदियों को पानी की व्यवस्था के लिए जेल में दो नलकूप हैं। मुख्य नलकूप की मोटर करीब पांच माह पहले फुंक गयी थी। जिसकी मरम्मत का काम अब भी पूरा नहीं हो पाया है। जेल प्रशासन के मुताबिक दूसरा मिनी नलकूप है। जिसकी पानी डिस्चार्ज क्षमता काफी कम है। इस नलकूप से जेल का 20 हजार लीटर का अंडर ग्राउंड टैंक भरने में तीन से चार घंटे का समय लगा जाता है। इसके बाद ओवरहेड टैंक में लिफ्ट करने में दो घंटे का समय लगता है। डिस्चार्ज क्षमता कम होने की वजह से जेल प्रशासन पांच माह से जलसंस्थान से तीन हजार लीटर पेयजल क्षमता के रोजाना एक से दो टैंकर मंगा रहा है।
वहीं वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज आर्य ने बताया कि नलकूप की मोटर दो बार फीड करते समय गिर गयी। नलकूप की मोटर का मरम्मत का काम लगभग पूरा हो चुका है। लॉक डाउन की वजह से मोटर व पाइप जोड़ने का काम रुका है। कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा समाप्त होने व लॉक डाउन हटते ही नलकूप की मोटर व पाइप जोड़ने का काम कराया जाएगा।
यह भी पढें
= लाॅकडाउन में 80 फीसद तक बढ़ गई नार्मल डिलीवरी
= सप्लाई न हो पाने के कारण पहाड़ में हो सकता है दवाइयों का संकट