चम्पावत में सड़क न होने से प्रभावित हो सकता है 950 लोगों का मतदान
नियमों के अनुसार मतदान बूथ तक सडक़ होना जरूरी है। बताया कि मतदान बूथ के आस-पास ही जूनियर हाईस्कूल पंचायत भवन श्रीकृष्ण लीला मंच आंगनबाड़ी केंद्र बेलेश्वर महादेव मंदिर भी हैं। सडक़ सुविधा न होने से स्कूली बच्चों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
जागरण संवाददाता, चम्पावत : पाटी विकास खंड की सबसे बड़ी आबादी वाले ग्राम पंचायत खरही के मतदान बूथ राप्रावि बुंगा तक सडक़ सुविधा न होने से मतदान प्रतिशत प्रभावित हो सकता है। बूथ में 10 गांवों में 950 मतदाता हैं। सडक़ सुविधा न होने से मतदाताओं में आक्रोश है। इनमें से कुछ गांवों के मतदाताओं ने वोटिंग में हिस्सा न लेने का निर्णय लिया है।
खरही ग्राम पंचायत में क्वैराली, तल्ली खरही, मल्ली खरही, ईजर, बैजगांव, दियार चौड़ा, नाखोड़ा, ल्वारूड़ा, चौड़ा और कोट गांव आते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इन गांवों के लिए भिंगराड़ा से लिंक रोड काटी गई है, लेकिन उसका लाभ सिर्फ दो गांवों को ही मिल रहा है। तल्ली खरही के सामाजिक कार्यकर्ता नवीन नाथ गोस्वामी ने बताया कि राजकीय प्राथमिक विद्यालय बुंगा में बनाए गए मतदान बूथ तक सडक़ सुविधा नहीं होने से मतदान के लिए काफी कम संख्या में लोग पहुंचेंगे। नियमों के अनुसार मतदान बूथ तक सडक़ होना जरूरी है। बताया कि मतदान बूथ के आस-पास ही जूनियर हाईस्कूल, पंचायत भवन, श्रीकृष्ण लीला मंच, आंगनबाड़ी केंद्र, बेलेश्वर महादेव मंदिर भी हैं।
सडक़ सुविधा न होने से स्कूली बच्चों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ग्रामीण ध्यान सिंह अधिकारी, नारायण सिंह, भरत सिंह, सूरज सिंह, जगदीश राम, शंकर शर्मा, प्रेम नाथ आदि ने बताया कि ग्राम पंचायत खरही में इस बार मतदाताओं की संख्या बढक़र 950 हो गई है। बूथ तक सडक़ सुविधा न होने से अधिकांश बुजुर्ग एवं महिला मतदाताओं का पहुंचना संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि सडक़ सुविधा का लाभ दिए जाने की मांग ग्रामीण लंबे समय से कर रहे हैं, लेकिन इस ओर न तो जनप्रतिनिधियों ने और ना ही प्रशासन ने कोई ध्यान दिया। बताया कि तल्ली खरही, मल्ली खरही एवं क्वैराला गांवों के लोगों ने मतदान में शामिल न होने का निर्णय लिया है। इस संबंध में 20 फरवरी को होने वाली बैठक में अंतिम निर्णय लिया जाएगा