रोशील-हैड़ाखान मार्ग पर खनन वाहन दौड़े तो ग्रामीण करेंगे व्यापक आंदोलन
हैड़ाखान में खनन कर वाहनों को हैड़ाखान-रोशील मार्ग से होकर काठगोदाम तक लाने का विरोध शुरू हो गया है। जनप्रतिनिधियों ने इस मार्ग से खनन वाहन दौड़ाने पर कड़ी आपत्ति जताकर डीएम की ज्ञापन भेजा है। ग्रामीणों की मंशा के विरुद्ध वाहन चलाने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई है।
हल्द्वानी, जेएनएन : हैड़ाखान में खनन कर वाहनों को हैड़ाखान-रोशील मार्ग से होकर काठगोदाम तक लाने का विरोध शुरू हो गया है। जनप्रतिनिधियों ने इस मार्ग से खनन वाहन दौड़ाने पर कड़ी आपत्ति जताकर डीएम की ज्ञापन भेजा है। इसके साथ ही ग्रामीणों की मंशा के विरुद्ध वाहन चलाने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी गई है।
हैड़ाखान में गोला नदी से उपखनिज चुगान की तैयारी चल रही है। खनन पट्टों की मंगलवार को नीलामी होनी है। उपखनिज ढुलान करने वाले वाहनों को हैड़ाखान-रोशील-काठगोदाम मार्ग से चलाने की तैयारी की सुगबुगाहट से क्षेत्र के ग्रामीण आग बबूला हो गए हैं। जनप्रतिनिधियों का कहना है कि ये मार्ग पहले से ही संकरा और जीर्ण-शीर्ण हालात में है। मार्ग पर हल्के वाहनों का ही संचालन किया जाता है।
इस मार्ग से भीमताल ब्लॉक के गावो के अलावा ओखलकांडा, रीठासाहिब और चंपावत तक के हल्के वाहन जाते हैं। मार्ग के किनारे न्याय पंचायत ओखलढूंगा के 19 राजस्व गांव है। इसके साथ ही 18 राजकीय प्राथमिक विद्यालय, तीन राजकीय उच्चतर प्राथमिक विद्यालय, एक राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, दो राजकीय इंटर कॉलेज और 14 आगनबाड़ी केंद्र स्थित हैं।
अगर खनन वाहन दौड़े तो आये दिन दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहेगी। इन्हीं सम्भवनाओ को लेकर ग्रामीणों ने इस मार्ग पर खनन वाहनों के संचालन का विरोध शुरू कर दिया है। जमरानी संघर्ष समिति के अध्यक्ष नवीन पलड़िया ने बताया कि सभी जनप्रतिनिधियों का सामूहिक विरोध पत्र पटवारी के माध्यम से जिलाधिकारी को भेज दिया गया है। अगर इसके बावजूद वाहनों का संचालन किया गया तो सभी जनप्रतिनिधियों ने ग्रामीणों को साथ लेकर आंदोलन का भी निर्णय लिया है।