इस बार भी नहीं टूटी 40 वर्ष पुरानी परंपरा, ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से चुन लिया प्रधान
बेतालघाट ब्लॉक से सटे गांव में ग्रामीणों ने वर्षों से चली आ रही परंपरा का निर्वाह करते हुए एक कदम और आगे बढ़ा दिया है। 40 सालों से गांव में प्रधान पद पर चुनाव होता ही नहीं होता।
नैनीताल, जेएनएन : इस बार भी बेतालघाट ब्लॉक से सटे गांव में ग्रामीणों ने वर्षों से चली आ रही परंपरा का निर्वाह करते हुए एक कदम और आगे बढ़ा दिया है। बीते 40 सालों से गांव में ग्राम प्रधान पद पर चुनाव होता ही नहीं है। इस बार भी ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से निर्विरोध ग्राम प्रधान चुन लिया।
न प्रचार का शोरगुल न पैसे की बर्बादी न कोई रंजिश और न कोई झगड़ा फसाद। इन सबसे दूर है बेतालघाट ब्लॉक का तल्ला वर्धो गांव। जी हां एक ऐसा गांव जहां पिछले 40 वर्षों से ग्राम प्रधान पद पर मतदान हुआ ही नहीं। ग्रामीणों की एकजुटता ऐसी कि हर बार यहां निर्विरोध ग्राम प्रधान चुन लिया जाता है। एतिहासिक क्षण का गवाह बनता है गांव के मध्य में स्थित देवी का मंदिर। मंदिर में पंचायत बैठती है और सर्वसम्मति से गांव का मुखिया चुन लिया जाता है। इस बार गीता मेहरा को निर्विरोध ग्राम प्रधान चुना गया। वही वार्ड सदस्य भी निर्विरोध चुने गएं।
शुरुआत वर्ष 1980 से जो आज भी कायम
कई बरस बीत गए पर तल्ला वर्धो गांव में ग्राम प्रधान पद का चुनाव हुआ ही नहीं। शुरुआत हुई वर्ष 1980 से। सबसे पहले लाल सिंह निर्विरोध ग्राम प्रधान चुने गए। फिर अनूप सिंह, हर्ष सिंह मेहरा, भगवत सिंह मेहरा, जयमल सिंह मेहरा, सरस्वती मेहरा, हरीश मेहरा, नंदन राम और अब इस बार सर्वसम्मति से गीता मेहरा ने ग्राम प्रधान का ताज पहन लिया है।
ग्रामीणों ने जताई खुशी
गांव के पुष्कर मेहरा, मनोज गैडा़, ईश्वर गैड़ा, नंदन राम, राजेंद्र सिंह, भरत मेहरा, प्रदीप मेहरा, संजय मेहरा, गणेश मेहरा, विजय मेहरा, संजय सिंह, चंद्रमोहन, गोपाल सिंह, चंदन सिंह, संजय बिष्ट, भोपाल सिंह, सुरेंद्र सिंह आदि ने गीता को शुभकामनाए दी है।