एक दिन में 65 सरकारी योजनाओं की जानकारी देकर वर्ल्ड बुक्स आफ रिकार्ड्स में दर्ज हुए वैभव
Haldwani News लेखक व मोटिवेशनल स्पीकर वैभव पांडे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कार्यशैली से प्रभावित वैभव ने 23 अप्रैल को एक ही दिन में आठ केंद्रों के जरिये 65 सरकारी योजनाओं की जानकारी सैकड़ों लोगों तक पहुंचाई।
गणेश जोशी, हल्द्वानी : रिकार्ड बनाने का भी अपना अलग जुनून है। कोई बाल लंबे तो कई नाखून लंबे रखने का रिकार्ड बनाता है, लेकिन कुछ लोग ऐसा करते हैं, जिससे कि अन्य लोगों को भी उनके बनाए रिकार्ड का लाभ मिलता है। इसमें एक और नाम जुड़ गया है हल्द्वानी के वैभव पांडे का। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कार्यशैली से प्रभावित वैभव ने 23 अप्रैल को एक ही दिन में आठ केंद्रों के जरिये 65 सरकारी योजनाओं की जानकारी सैकड़ों लोगों तक पहुंचाई। इसी अनूठे काम से उनका नाम वर्ल्ड बुक्स आफ रिकार्ड्स में दर्ज हो गया है।
लेखक व मोटिवेशनल स्पीकर वैभव पांडे हर समय नया करते रहते हैं। टिव्न विन संस्थान के जरिये जहां वह बच्चों को नवाचार के लिए प्रेरित करते हैं, वहीं अभिभावकों को भी बच्चों के लालन-पालन का तरीका बताते हैं। इस बार उन्होंने कुछ नया व अलग करने की सोची। उन्होंने राज्य व केंद्र सरकार की 65 योजनाओं का अध्ययन किया और ठाना कि इन्हें आम जन तक पहुंचाया जाए, जिससे कि इन योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ मिल सके। इसके लिए वैभव ने आठ सेंटर तैयार किए। इसमें छह निजी स्कूल थे। इन सभी स्कूलों में उन्होंने 65 सरकारी योजनाओं की जानकारी सैकड़ों बच्चों को दी।
इसमें परीक्षा पे चर्चा, मन की बात, मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया, डिजिटल इंडिया आदि योजनाएं शामिल रहीं। इन योजनाओं का लाभ कैसे उठाया जाए? इस बारे में भी बारीकी से बताया गया। इसके अलावा हल्दूचौड़ में बस चालकों-परिचालकों, स्कूल के कर्मचारियों, पर्यावरण मित्रों आदि को सुकन्या योजना से लेकर कई अन्य योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। एक और आयोजन उन्होंने आनलाइन किया, जिसमें शहर के अलग-अलग वर्ग के लोग शामिल रहे। महिलाएं, उद्यमी, शिक्षक, पूर्व सैनिक उपस्थित रहेे। इन्हें वोकल फार लोकल की तर्ज पर तमाम योजनाओं का लाभ लेने के बारे में बताया गया।
हील इन इंडिया के जरिये डाक्टरों को किया प्रेरित
वैभव ने आठवां आयोजन नैनीताल रोड स्थित एक होटल में किया। इसमें उन्होंने हील इन इंडिया समेत कई योजनाएं गिनाईं। इसमें डाक्टर समेत कई वर्ग के लोग शामिल रहे। वैभव ने बताया कि इस कार्यक्रम में हल्द्वानी के डाक्टरों को बताया गया कि किस तरह हम सरकारी योजना का लाभ उठाकर विदेश के लोगों को अपने शहर में इलाज करवाने के लिए कैसे माहौल बना सकते हैं।
कुछ ऐसा किया जाए जिसका लाभ औरों को भी मिले
सोच संजीवनी पुस्तक के लेखक वैभव का कहना है कि दुनिया में लोग कई तरह के रिकार्ड बनाते हैं। मुझे लगा कि कुछ ऐसा किया जाए जो रिकार्ड भी बने और इसका लाभ लोगों को भी मिले। मैंने पीएम नरेंद्र मोदी की कार्यशैली से प्रभावित होकर ही इस तरह का रिकार्ड बनाया। पहली बार इस तरह के आयोजन में मुझे सफलता मिली। इसके लिए बहुत खुशी हो रही है।
तिथि भल्ला थी निर्णायक
वर्ल्ड बुक आफ रिकार्ड की टीम की निर्णायक तिथि भल्ला ने सेंटरों का भ्रमण किया। रिकार्ड बनाने पर भल्ला ने वैभव को प्रमाण पत्र दिया। इस उपलब्धि के लिए उन्हें इंग्लैंड के सांसद वीरेंद्र शर्मा, वल्र्ड बुक आफ रिकार्डस के चेयरमैन दिवाकर सुकुल, वल्र्ड बुक आफ रिकार्ड्स के प्रेसिडेंट संतोष शुक्ला ने बधाई दी।