दूसरे दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों के नाम रहा उत्तरायणी मेला
्रमकर संक्रांति की पूर्व संध्या पर रात भर भजन संध्या का आयोजन से लोग भक्तिरस से सराबोर हो गए।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : मकर संक्रांति की पूर्व संध्या पर रात भर भजन संध्या का आयोजन चलता रहा। भजन संध्या पर लोग रात भर थिरकते हुए दिखाई दिए। सुबह तड़के सरयू संगम तट पर भक्तों ने पवित्र स्नान किया और उगते सूर्य की पूजा-अर्चना की।
नुमाइशखेत मैदार में भजन संध्या का आयोजन किया गया। भजन संध्या की शुरुआत कौशल उपाध्याय ने सरस्वती वंदना के साथ की। इसके बाद गगन ग्रोवर व अमित चुग ने अपने भजनों से लोगों को मंत्रमुग्ध किया। इसके बाद आई लोकगायिका खुशी जोशी ने मां के भजनों से समां बांध दिया। उन्होंने सबसे पहले मां के जगराते गाए। इसके बाद उन्होंने हनुमान की स्तुति वंदना की। इसमें हे दुख भंजन, मारुति नंदन, सुन लो मेरी पुकार.. गाया। इसके बाद मां के भजनों से लोगों को झूमने व नाचने पर मजबूर कर दिया। रात भर जागरण के दौरान मां के भजन चलते रहे। ठंड के बावजूद लोग भी डटे रहे और भजनों का आनंद लिया। तड़के चार बजे से सरयू संगम पर स्नान करने वालों की भीड़ जुटनी शुरू हुई। उन्होंने स्नान कर सूर्य की आराधना की।
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रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मची धूम
बागेश्वर : पिडर घाटी विकास एवं सांस्कृतिक समिति थराली, निखिल डांस एकेडमी बिलौना, जय भैरवनाथ सांस्कृतिक समिति, सूचना एंव संस्कृति विभाग के दल, नेहा डांस एकेडमी, दानपुर लोक कला संगम की सांस्कृतिक टीमों के कलाकारों ने धूम मचाई। इसके अलावा मर्हिष विद्या मंदिर,, गायत्री विद्या मंदिर, जिम कार्बेट नेशनल पब्लिक स्कूल, ग्रीन वैली पब्लिक स्कूल, कंट्रीवाइड पब्लिक स्कूल कठायतबाड़ा के स्कूली बच्चों ने सबको नाचने पर मजबूर किया।
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कपकोट, कर्मी, दानपुर ने जीता मुकाबला
बागेश्वर: जिला क्रीड़ा विभाग के माध्यम से नुमाइशखेत मैदान में वालीबाल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन नगरपालिका अध्यक्ष सुरेश खेतवाल ने किया। पहला मुकाबला कपकोट और बागेश्वर क्लब के बीच खेला गया। जिसमें कपकोट ने सीधे सेटों में 25-22, 25-18 से पराजित किया। दूसरा मुकाबला कर्मी और नेपाल की टीम के बीच खेला गया। इसमें सीधे दो सेटों में कर्मी की टीम ने नेपाल की टीम को पराजित किया। तीसरा मुकाबला गरुड़ व दानपुर की टीम के बीच खेला गया। जिसमें दानपुर की टीम विजयी रही। इस अवसर पर विनोद वल्दिया, जुबैर अहमद, गोविद मटियानी, मनमोहन परिहार आदि मौजूद थे।
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झोड़ा-चांचरी की जागरण की रात रहीं धूम
बागेश्वर: उत्तरायणी मेला चरम पर है और जागरण की रात झोड़ा-चांचरी की धूम मची रही। महिला-पुरुषों की टोलियों ने हुड़के की थाप पर चांचरी गायन किया और बागनाथ मंदिर में भजन संध्या आयोजित की गई। मकर संक्रांति पर्व पर सरयू-गोमती और विलुप्त सरस्वती के संगम पर डूबकी लगाने को लोगों ने रतजगा किया। गत मंगलवार को जागरण की रात भर चौक बजार में झोड़ा, चांचरी का आयोजन किया गया। बागनाथ की स्तुति के साथ महिला-पुरुषों की टोली ने चांचरी का शुभारंभ किया। बीच में झोड़ों की वर्षात हुई और सवाल-जवाब भी हुए। वर्तमान की राजनीति और विकास कार्यों पर भी तीखे प्रहार हुए। हुड़के की धुन पर मेलार्थी जमकर थिरके और सुबह मकर स्नान किया। वहीं, बागनाथ मंदिर में भजन संध्या का आयोजन किया गया। दानपुर घाटी से आई महिलाओं ने परंपरागत वेषभूषा में चार चांद लगाए।
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हिजाम ने चड़कन चाय बांटी
बागेश्वर: जागरण की रात भर हिदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने मेलाíथयों और सुबह स्नान करने वालों को नि:शुल्क चड़कन चाय वितरित की। वहीं बुधवार को माघी खिचड़ी का आयोजन किया गया। इस मौके पर हिजाम के जिलाध्यक्ष मनीष पांडे, प्रदेश उपाध्यक्ष हरीश सोनी, प्रदेश मंत्री गोविद पंत, युवा वाहिनी जिलाध्यक्ष रोहित पंत, नगर अध्यक्ष गोविद जगाती, अमित, युवराज, पंकज, अंकुर, गौरव राणा, धीरज आदि मौजूद थे।
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मरीजों की नि:शुल्क जांच
युवा कांग्रेस ने बुधवार को सरयू बगड़ में स्वास्थ्य शिविर में आयोजित किया। जिसमें पांच सौ से अधिक मरीजों के स्वास्थ्य की जांच कर उन्हें नि:शुल्क दवाइयां बांटी। शिविर सुबह दस से पांच बजे तक आयोजित किया गया। इस मौके पर दर्शन कठायत आदि मौजूद थे।
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सूर्यकुंड में हुआ जनेऊ संस्कार
बागेश्वर: मकर संक्रांति पर्व पर जनेऊ संस्कार करने वालों का सुबह से तांता लगा रहा। सूर्यकुंड में सुबह चार बजे से ही श्रद्धालुओं का तांता लग गया। जिले के अलावा अल्मोड़ा, चौखुटिया, द्वाराहाट, बेरीनाग, थल समेत तमाम क्षेत्रों से लोग यहां पहुंचे और बेटों का जनेऊ संस्कार कराया। पंडितों के अनुसार मकर संक्रांत और माघ माह में जनेऊ संस्कार कराने का विशेष महत्व है। यज्ञोपवित संस्कार प्रारम्भ करने के पूर्व यज्ञोपवीत का मुंडन करवाया जाता है। संस्कार के मुहूर्त के दिन लड़के को स्नान करवाकर उसके सिर और शरीर पर चंदन केसर का लेप करते हैं और जनेऊ पहनाकर ब्रह्मचारी बनाते हैं। फिर हवन करते हैं।
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बागनाथ मंदिर में पूजा अर्चना
बागेश्वर: मकर संक्रांति पर्व पर बागनाथ मंदिर में पूजा अर्चना का सिलसिला सुबह चार बजे से शुरू हुआ और शाम पांच बजे तक चलता रहा। मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने भी बागनाथ मंदिर में पूजा अर्चना की। भगवान शिव की अराधना को लोग दूर-दराज से भी यहां पहुंचे। बागनाथ के अलावा काल भैरव और बाणेश्वर मंदिर में भी लोगों ने मनौती मांगी। यहां सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था रही और सीसीटीवी भी लगाए गए हैं। जूना अखाड़ा में भी माघी खिचड़ी वितरित की गई।
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राजनीतिक दलों ने पकाई खिचड़ी
माघ माह में खिचड़ी वितरित करने का विशेष रिवाज है। जिसके तहत रिपब्लिक पार्टी के अलावा भाजपा, कांग्रेस आदि दलों ने सरयू बगड़ में पंडाल लगाकर खिचड़ी वितरित की।
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मकर स्नान को उमड़ी श्रद्धा
मकर संक्रांति पर्व पर मकर स्नान को श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। उन्होंने सरयू के जल में डूबकी लगाई और सूर्य भगवान को जल अíपत किया। रोग, दोष और दशा के निवारण की प्रार्थना की। इस दौरान सरयू घाट से लेकर सूर्यकुंड तक स्नान करने वालों की भीड़ लगी रही।