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पीपीपी मोड पर चलेगा यूओयू का गेस्ट हाउस, पांच सितारा होटल जैसी मिलेगी सुविधा

उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के हल्द्वानी तीनपानी स्थित मुख्यालय में इन दिनों 35 करोड़ की लागत से बहुउद्देशीय भवन कुलपति आवास साइंस ब्लाक का निर्माण कार्य चल रहा है। इन्हीं में एक निर्माण कार्य करीब चार करोड़ की लागत से गेस्ट हाउस का भी होना है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Tue, 19 Jan 2021 06:04 AM (IST)Updated: Tue, 19 Jan 2021 06:04 AM (IST)
पीपीपी मोड पर चलेगा यूओयू का गेस्ट हाउस, पांच सितारा होटल जैसी मिलेगी सुविधा
पीपीपी मोड पर चलेगा यूओयू का गेस्ट हाउस, पांच सितारा होटल जैसी मिलेगी सुविधा

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के हल्द्वानी तीनपानी स्थित मुख्यालय में इन दिनों 35 करोड़ की लागत से बहुउद्देशीय भवन, कुलपति आवास, साइंस ब्लाक का निर्माण कार्य चल रहा है। इन्हीं में एक निर्माण कार्य करीब चार करोड़ की लागत से गेस्ट हाउस का भी होना है। इस गेस्ट हाउस की खासियत ये होगी कि यह पांच सितारा होटल के मानकों के आधार पर बनाया जाएगा। इतना ही नहीं यह पीपीपी मोड में चलाया जाएगा। जिससे हुई आय को कार्पस फंड में रखा जाएगा ताकि, यह पैसा विवि के काम में लाया जा सके।

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गेस्ट हाउस पर लगेगा शुल्क

यूओयू की मानें तो पीपीपी मोड पर गेस्ट हाउस के संचालन से वित्तीय लाभ भी मिलेगा। इस गेस्ट हाउस में कोई भी बाहरी व्यक्ति रह सकता है लेकिन उसे इसके लिए निर्धारित शुल्क चुकाना होगा। गेस्ट हाउस के माध्यम से लिए गए शुल्क की रकम को भविष्य में विवि का कार्यों में लगाया जाएगा। इससे एक तरह से सरकार के बजट पर निर्भरता कम हो जाएगी।

बीएचयू की तर्ज पर होगा निर्माण

बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी का गेस्ट हाउस भी पीपीपी मोड पर संचालित होता है। सोमवार को यूओयू पहुंचे उच्च शिक्षा राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार डा. धन सिंह रावत ने बीएचयू के गेस्ट हाउस का हवाला देते हुए कार्यदायी संस्था से गेस्ट हाउस को बीएचयू की तर्ज पर बनाने को कहा। उन्होंने कहा कि यह गेस्ट हाउस तीन मंजिला होना चाहिए। जिसमें 20 कमरे होंगे।

पीपीपी मोड पर चलाने की योजना : कुलपति

उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ओपीएस नेगी ने बताया कि करीब चार करोड़ की लागत से विवि परिसर में गेस्ट हाउस भी बनाया जा रहा है। इसे पीपीपी मोड में चलाने की योजना है। इससे विवि की वित्तीय आवश्यकताएं भी पूरी हो सकेंगी।


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